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  • पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद

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इब्रानियों का सारांश

      • आखिर में सलाह और नमस्कार (1-25)

        • मेहमान-नवाज़ी करना मत भूलो (2)

        • शादी आदर की बात समझी जाए (4)

        • अगुवाई करनेवालों की आज्ञा मानो (7, 17)

        • तारीफ का बलिदान चढ़ाओ (15, 16)

इब्रानियों 13:1

संबंधित आयतें

  • +1थि 4:9; 1पत 1:22

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    प्रहरीदुर्ग (अध्ययन),

    1/2016, पेज 8-9

    प्रहरीदुर्ग,

    8/1/1997, पेज 14-19

    1/1/1990, पेज 16-17

इब्रानियों 13:2

फुटनोट

  • *

    या “अजनबियों पर कृपा करना।”

संबंधित आयतें

  • +रोम 12:13; 1ती 3:2
  • +उत 18:2, 3; 19:1-3

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    प्रहरीदुर्ग (अध्ययन),

    10/2016, पेज 8-12

    1/2016, पेज 9-10

    प्रहरीदुर्ग,

    10/1/1996, पेज 11-12

    1/1/1990, पेज 17

इब्रानियों 13:3

फुटनोट

  • *

    शा., “बँधे हुए; जो बंधनों में हैं।”

  • *

    या शायद, “मानो तुम भी उनके साथ दुख सह रहे हो।”

संबंधित आयतें

  • +कुल 4:18
  • +रोम 12:15

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    प्रहरीदुर्ग (अध्ययन),

    1/2016, पेज 10

    प्रहरीदुर्ग,

    11/15/1997, पेज 29

    1/1/1990, पेज 17-18

इब्रानियों 13:4

फुटनोट

  • *

    शब्दावली देखें।

संबंधित आयतें

  • +नीत 5:16, 20; मत 5:28
  • +नीत 6:32; 1कुर 6:9, 10, 18; गल 5:19, 21

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    खुशी से जीएँ हमेशा के लिए!, पाठ 41

    प्रहरीदुर्ग (अध्ययन),

    12/2018, पेज 10

    प्यार के लायक, पेज 148-154

    प्रहरीदुर्ग (अध्ययन),

    1/2016, पेज 10

    परमेश्‍वर का प्यार, पेज 140-152

    सजग होइए!,

    7/8/2004, पेज 20

    4/8/2001, पेज 10

    पेज 28

    ज्ञान, पेज 122

    प्रहरीदुर्ग,

    5/1/1993, पेज 18-23

    1/1/1990, पेज 18-19

    3/1/1991, पेज 24

    सर्वदा जीवित रहिए, पेज 244

इब्रानियों 13:5

संबंधित आयतें

  • +1ती 6:10
  • +नीत 30:8, 9; 1ती 6:8
  • +व्य 31:6, 8

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    प्रहरीदुर्ग (अध्ययन),

    2/2024, पेज 2-7

    मसीही ज़िंदगी और सेवा सभा पुस्तिका,

    11/2023, पेज 7

    खुशी से जीएँ हमेशा के लिए!, पाठ 37

    सजग होइए!,

    अंक 1 2021 पेज 8

    10/2015, पेज 5

    प्रहरीदुर्ग (अध्ययन),

    11/2020, पेज 12

    प्रहरीदुर्ग (अध्ययन),

    1/2016, पेज 10

    प्रहरीदुर्ग,

    4/15/2014, पेज 26

    10/1/2006, पेज 30

    10/15/2005, पेज 8-11

    6/1/2001, पेज 8

    9/1/1998, पेज 20-21

    8/15/1998, पेज 10-11

    1/1/1990, पेज 19-20

इब्रानियों 13:6

फुटनोट

  • *

    अति. क5 देखें।

संबंधित आयतें

  • +भज 118:6; दान 3:17; लूक 12:4

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    प्रहरीदुर्ग (अध्ययन),

    11/2022, पेज 8

    खुशी से जीएँ हमेशा के लिए!, पाठ 59

    प्रहरीदुर्ग (अध्ययन),

    11/2020, पेज 12-17

    प्रहरीदुर्ग (अध्ययन),

    1/2016, पेज 10-11

    प्रहरीदुर्ग,

    6/1/2001, पेज 8

    1/1/1990, पेज 15-16, 20

इब्रानियों 13:7

संबंधित आयतें

  • +1ती 5:17; इब्र 13:17
  • +1कुर 11:1; 2थि 3:7

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    संगठित, पेज 17, 20-22

    प्रहरीदुर्ग (अध्ययन),

    2/2017, पेज 28

    प्रहरीदुर्ग (अध्ययन),

    1/2016, पेज 11

    प्रहरीदुर्ग,

    4/1/2007, पेज 28-29

    3/15/2002, पेज 17-18

    5/15/1998, पेज 11, 18

    1/1/1994, पेज 32

    1/1/1990, पेज 21

    8/1/1991, पेज 23

इब्रानियों 13:8

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    प्रहरीदुर्ग,

    1/1/1990, पेज 21-22

इब्रानियों 13:9

फुटनोट

  • *

    यानी खाने के नियमों।

संबंधित आयतें

  • +रोम 14:17; 1कुर 8:8; कुल 2:16

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    प्रहरीदुर्ग,

    1/1/1990, पेज 22

इब्रानियों 13:10

संबंधित आयतें

  • +1कुर 9:13; 10:18

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    प्रहरीदुर्ग,

    2/15/2003, पेज 29-30

    7/1/1996, पेज 15

    1/1/1990, पेज 22

इब्रानियों 13:11

संबंधित आयतें

  • +लैव 16:27

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    प्रहरीदुर्ग,

    1/1/1990, पेज 22-23

इब्रानियों 13:12

संबंधित आयतें

  • +यूह 19:17
  • +इब्र 9:13, 14

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    प्रहरीदुर्ग,

    1/1/1990, पेज 22-23

इब्रानियों 13:13

संबंधित आयतें

  • +रोम 15:3; 2कुर 12:10; 1पत 4:14

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    प्रहरीदुर्ग,

    1/1/1990, पेज 22-23

इब्रानियों 13:14

संबंधित आयतें

  • +इब्र 11:10; 12:22

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    प्रहरीदुर्ग,

    1/1/1990, पेज 22-23

इब्रानियों 13:15

संबंधित आयतें

  • +लैव 7:12; भज 50:14, 23
  • +भज 69:30, 31; हो 14:2
  • +रोम 10:9

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    सभा पुस्तिका के लिए हवाले,

    10/2017, पेज 4-5

    12/1/2003, पेज 17

    5/1/2003, पेज 28-29

    8/15/2000, पेज 20-21

    9/1/1994, पेज 19

    6/1/1993, पेज 10

    1/1/1990, पेज 20-21, 23-24

    राज-सेवा,

    10/1995, पेज 1

इब्रानियों 13:16

संबंधित आयतें

  • +रोम 12:13
  • +फिल 4:18

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    प्रहरीदुर्ग,

    1/15/2012, पेज 23

    11/1/2005, पेज 7

    1/1/1990, पेज 23-24

    राज-सेवा,

    4/2005, पेज 1

इब्रानियों 13:17

संबंधित आयतें

  • +1थि 5:12
  • +इफ 5:21; 1पत 5:5
  • +प्रेष 20:28

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    प्रहरीदुर्ग (अध्ययन),

    10/2023, पेज 10

    खुशी से जीएँ हमेशा के लिए!, पाठ 20

    परमेश्‍वर का प्यार, पेज 55-56

    प्रहरीदुर्ग,

    11/15/2013, पेज 21-25

    6/15/2011, पेज 25-26

    4/1/2007, पेज 25, 28-31

    3/15/2002, पेज 15-16

    6/15/2001, पेज 20

    6/1/1999, पेज 17-18

    5/15/1998, पेज 18

    10/1/1992, पेज 15

    9/1/1992, पेज 10-11

    1/1/1990, पेज 24

    8/1/1991, पेज 23-24

    9/1/1987, पेज 13-14

इब्रानियों 13:18

फुटनोट

  • *

    शा., “अच्छा।”

संबंधित आयतें

  • +2कुर 1:12

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    यहोवा के करीब, पेज 207

    खुशी से जीएँ हमेशा के लिए!, पाठ 36

    सजग होइए!,

    अंक 1 2021 पेज 8

    प्रहरीदुर्ग,

    7/15/2005, पेज 28-29

    2/1/2004, पेज 32

    1/1/1990, पेज 24

    3/1/1989, पेज 4

इब्रानियों 13:19

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    यहोवा के करीब, पेज 207

    प्रहरीदुर्ग,

    1/1/1990, पेज 24

इब्रानियों 13:20

संबंधित आयतें

  • +1पत 5:4

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    सभा पुस्तिका के लिए हवाले, 9/2019, पेज 2

    प्रहरीदुर्ग,

    10/15/2008, पेज 32

    4/15/1998, पेज 31

    2/15/1998, पेज 16

    2/1/1998, पेज 22-23

    1/1/1990, पेज 24-25

इब्रानियों 13:21

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    प्रहरीदुर्ग,

    1/1/1990, पेज 24-25

इब्रानियों 13:22

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    प्रहरीदुर्ग,

    1/1/1990, पेज 25

इब्रानियों 13:23

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    प्रहरीदुर्ग,

    1/1/1990, पेज 25

इब्रानियों 13:24

संबंधित आयतें

  • +प्रेष 27:1

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    प्रहरीदुर्ग,

    1/1/1990, पेज 25

इब्रानियों 13:25

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    प्रहरीदुर्ग,

    1/1/1990, पेज 25

दूसरें अनुवाद

मिलती-जुलती आयतें देखने के लिए किसी आयत पर क्लिक कीजिए।

दूसरी

इब्रा. 13:11थि 4:9; 1पत 1:22
इब्रा. 13:2रोम 12:13; 1ती 3:2
इब्रा. 13:2उत 18:2, 3; 19:1-3
इब्रा. 13:3कुल 4:18
इब्रा. 13:3रोम 12:15
इब्रा. 13:4नीत 5:16, 20; मत 5:28
इब्रा. 13:4नीत 6:32; 1कुर 6:9, 10, 18; गल 5:19, 21
इब्रा. 13:51ती 6:10
इब्रा. 13:5नीत 30:8, 9; 1ती 6:8
इब्रा. 13:5व्य 31:6, 8
इब्रा. 13:6भज 118:6; दान 3:17; लूक 12:4
इब्रा. 13:71ती 5:17; इब्र 13:17
इब्रा. 13:71कुर 11:1; 2थि 3:7
इब्रा. 13:9रोम 14:17; 1कुर 8:8; कुल 2:16
इब्रा. 13:101कुर 9:13; 10:18
इब्रा. 13:11लैव 16:27
इब्रा. 13:12यूह 19:17
इब्रा. 13:12इब्र 9:13, 14
इब्रा. 13:13रोम 15:3; 2कुर 12:10; 1पत 4:14
इब्रा. 13:14इब्र 11:10; 12:22
इब्रा. 13:15लैव 7:12; भज 50:14, 23
इब्रा. 13:15भज 69:30, 31; हो 14:2
इब्रा. 13:15रोम 10:9
इब्रा. 13:16रोम 12:13
इब्रा. 13:16फिल 4:18
इब्रा. 13:171थि 5:12
इब्रा. 13:17इफ 5:21; 1पत 5:5
इब्रा. 13:17प्रेष 20:28
इब्रा. 13:182कुर 1:12
इब्रा. 13:201पत 5:4
इब्रा. 13:24प्रेष 27:1
  • पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
  • अध्ययन बाइबल (nwtsty) में पढ़िए
  • नयी दुनिया अनुवाद—मसीही यूनानी शास्त्र (bi7) में पढ़िए
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पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
इब्रानियों 13:1-25

इब्रानियों के नाम चिट्ठी

13 भाइयों की तरह एक-दूसरे से प्यार करते रहो।+ 2 मेहमान-नवाज़ी करना* मत भूलना+ क्योंकि ऐसा करके कुछ लोगों ने अनजाने में ही स्वर्गदूतों का सत्कार किया था।+ 3 जो कैद में हैं* उन्हें याद रखो,+ मानो तुम खुद भी उनके साथ कैद में हो।+ और जिनके साथ बुरा सलूक किया जाता है उन्हें भी याद रखो क्योंकि तुम भी उनके साथ एक शरीर का हिस्सा हो।* 4 शादी सब लोगों में आदर की बात समझी जाए और शादी की सेज दूषित न की जाए+ क्योंकि परमेश्‍वर नाजायज़ यौन-संबंध* रखनेवालों और व्यभिचारियों को सज़ा देगा।+ 5 तुम्हारे जीने का तरीका दिखाए कि तुम्हें पैसे से प्यार नहीं+ और जो कुछ तुम्हारे पास है उसी में संतोष करो।+ क्योंकि परमेश्‍वर ने कहा है, “मैं तुझे कभी नहीं छोड़ूँगा, न कभी त्यागूँगा।”+ 6 इसलिए हम पूरी हिम्मत रखें और यह कहें, “यहोवा* मेरा मददगार है, मैं नहीं डरूँगा। इंसान मेरा क्या कर सकता है?”+

7 जो तुम्हारे बीच अगुवाई करते हैं और जिन्होंने तुम्हें परमेश्‍वर का वचन सुनाया है, उन्हें याद रखो+ और उनके चालचलन के अच्छे नतीजों पर गौर करते हुए उनके विश्‍वास की मिसाल पर चलो।+

8 यीशु मसीह कल, आज और हमेशा तक एक जैसा है।

9 तरह-तरह की परायी शिक्षाओं से गुमराह मत होना। क्योंकि परमेश्‍वर की महा-कृपा से दिल को मज़बूत करना अच्छा है न कि खाने* से, जिससे उन लोगों को फायदा नहीं होता जो उसमें लगे रहते हैं।+

10 हमारी एक ऐसी वेदी है जिससे तंबू में पवित्र सेवा करनेवालों को खाने का कोई अधिकार नहीं।+ 11 क्योंकि महायाजक जिन जानवरों का खून पाप-बलि के तौर पर पवित्र जगह ले जाता है, उनकी लाश छावनी के बाहर जलायी जाती है।+ 12 इसलिए यीशु ने भी शहर के फाटक के बाहर दुख उठाया+ ताकि वह अपने खून से लोगों को पवित्र कर सके।+ 13 इसलिए आओ हम भी अपने ऊपर वह बदनामी लिए हुए जो उसने सही थी,+ छावनी के बाहर उसके पास जाएँ 14 क्योंकि यहाँ हमारा ऐसा शहर नहीं जो हमेशा तक रहे, बल्कि हम उस शहर का बेताबी से इंतज़ार कर रहे हैं जो आनेवाला है।+ 15 आओ हम यीशु के ज़रिए परमेश्‍वर को तारीफ का बलिदान हमेशा चढ़ाएँ,+ यानी अपने होंठों का फल+ जो उसके नाम का सरेआम ऐलान करते हैं।+ 16 इतना ही नहीं, भलाई करना और जो तुम्हारे पास है उसे दूसरों में बाँटना मत भूलो+ क्योंकि परमेश्‍वर ऐसे बलिदानों से बहुत खुश होता है।+

17 जो तुम्हारे बीच अगुवाई करते हैं उनकी आज्ञा मानो+ और उनके अधीन रहो,+ क्योंकि वे यह जानते हुए तुम्हारी निगरानी करते हैं कि उन्हें इसका हिसाब देना होगा+ ताकि वे यह काम खुशी से करें न कि आहें भरते हुए क्योंकि इससे तुम्हारा ही नुकसान होगा।

18 हमारे लिए प्रार्थना करते रहो क्योंकि हमें यकीन है कि हमारा ज़मीर साफ* है और हम सब बातों में ईमानदारी से काम करना चाहते हैं।+ 19 मगर मैं तुम्हें खास तौर पर इसलिए प्रार्थना करने का बढ़ावा देता हूँ ताकि मैं और भी जल्दी तुम्हारे पास लौट सकूँ।

20 हमारी दुआ है कि शांति का परमेश्‍वर, जिसने हमारे महान चरवाहे+ और हमारे प्रभु यीशु को सदा के करार के खून के साथ मरे हुओं में से ज़िंदा किया, 21 वह तुम्हें उसकी मरज़ी पूरी करने के लिए हर अच्छी चीज़ देकर तैयार करे और यीशु मसीह के ज़रिए हमारे अंदर वह सब काम करे जो परमेश्‍वर को भाता है। उसकी महिमा हमेशा-हमेशा तक होती रहे। आमीन।

22 भाइयो मैं तुमसे गुज़ारिश करता हूँ कि तुम मेरी ये बातें सब्र से सुन लो, जो मैंने तुम्हारा हौसला बढ़ाने के लिए लिखी हैं क्योंकि मेरा यह खत छोटा-सा ही है। 23 मैं तुम्हें बताना चाहता हूँ कि हमारे भाई तीमुथियुस को रिहा कर दिया गया है। अगर वह जल्दी आ गया तो मैं उसके साथ आकर तुमसे मिलूँगा।

24 जो तुम्हारे बीच अगुवाई कर रहे हैं उनके साथ-साथ सभी पवित्र जनों को मेरा नमस्कार कहना। इटली+ में रहनेवाले तुम्हें नमस्कार कहते हैं।

25 परमेश्‍वर की महा-कृपा तुम सब पर बनी रहे।

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