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हमारी राज-सेवा—2012
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प्रचारकों के सवाल

◼ अगर हम चाहते हैं कि हमारी मौत के बाद हमारी सारी संपत्ति या उसका कुछ हिस्सा यहोवा के संगठन को मिले, तो हमें किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?

जब एक इंसान मर जाता है, तो उसकी संपत्ति पर उसका कोई अधिकार नहीं रहता। (सभो. 9:5, 6) इसलिए कई लोग पहले से वसीयत या ट्रस्ट जैसे कानूनी कागज़ात बनाते हैं, जिसमें यह साफ-साफ लिखा होता है कि उनकी मौत पर उनकी संपत्ति का क्या किया जाए। (2 राजा 20:1) इस कागज़ात में अकसर यह भी लिखा होता है कि कौन उसका ट्रस्टी या वसीयत प्रबंधक (executor) होगा। कई देशों में अगर कोई इस तरह का कागज़ात नहीं बनाता, तो उसकी मौत पर अधिकारी तय करते हैं कि उसकी जायदाद का क्या किया जाए। इसलिए अगर हम चाहते हैं कि मरने के बाद, हमारी सारी संपत्ति या उसका कुछ हिस्सा यहोवा के संगठन को मिले, तो यह ज़रूरी है कि इस बारे में हम एक कानूनी कागज़ात तैयार करें। साथ ही, हमें सोच-समझकर अपना ट्रस्टी या वसीयत प्रबंधक चुनना चाहिए।

ट्रस्टी या वसीयत प्रबंधक होना एक भारी ज़िम्मेदारी है। जायदाद कितनी बड़ी है, उस पर निर्भर करता है कि उसे बाँटने में कितना वक्‍त लगेगा। अगर बहुत सारा पैसा है या फिर जायदाद बहुत बड़ी है, तो उसे इकट्ठा करने और बाँटने के लिए बहुत-सी बातों की जाँच-पड़ताल करनी पड़ सकती है और इन सबमें काफी वक्‍त लग सकता है। इसके अलावा, सरकारी अधिकारियों को भी कई नियम मानने पड़ते हैं। भले ही एक व्यक्‍ति मंडली का सदस्य हो, मगर ज़रूरी नहीं कि वह एक अच्छा ट्रस्टी या वसीयत प्रबंधक हो। हमें ऐसे व्यक्‍ति को अपना ट्रस्टी या वसीयत प्रबंधक चुनना चाहिए, जो काबिल और भरोसेमंद हो और हमारी ख्वाहिशों का मान रखे।—8 दिसंबर, 1998 की सजग होइए! (अँग्रेज़ी) में यह लेख देखिए, “ज़मीन-जायदाद के बाँटवारे की योजना बनाना, बुद्धिमानी और फायदेमंद है।”

अगर आपको ट्रस्टी या वसीयत प्रबंधक बनने के लिए कहा जाता है: अगर कोई आपसे पूछता है कि क्या आप उसके मरने के बाद उसकी संपत्ति का बँटवारा करने की ज़िम्मेदारी लेंगे, तो ‘हाँ’ कहने से पहले अच्छी तरह से जाँचिए कि इस ज़िम्मेदारी में क्या-क्या शामिल है और फिर गंभीरता से सोचिए कि क्या आप उसे निभा पाएँगे या नहीं। (लूका 14:28-32) अगर आप किसी के ट्रस्टी बनते हैं, तो उसकी मौत के बाद आपको उन लोगों को इत्तला करना होगा जिनके नाम संपत्ति की गयी है। जब आपको ट्रस्टी या वसीयत प्रबंधक का अधिकार मिल जाए, तो आपकी ज़िम्मेदारी बनती है कि आप कानून के मुताबिक और वसीयत में जो-जो लिखा है उसके मुताबिक जायदाद का बँटवारा करें। एक ट्रस्टी या वसीयत प्रबंधक को याद रखना चाहिए कि उसके पास कानूनी कागज़ात में लिखी बातों को नज़रअंदाज़ करने की छूट नहीं है, फिर चाहे संपत्ति छोटी हो या बड़ी। यहोवा के साक्षियों के कानूनी संगठन को जो भी संपत्ति तोहफे के तौर पर दी जाती है, वह परमेश्‍वर के काम के लिए ही इस्तेमाल की जानी चाहिए। इस संपत्ति पर सिर्फ यहोवा के संगठन का हक है।—लूका 16:10; 21:1-4.

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