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  • एक प्राचीन भविष्यवक्‍ता का आज हमारे लिए संदेश
    यशायाह की भविष्यवाणी—सारे जगत के लिए उजियाला भाग I
    • 7. यशायाह के दिनों में यहूदा देश के हालात कैसे थे, बताइए।

      7 यशायाह और उसका परिवार, ऐसे वक्‍त में जी रहा था जब यहूदा देश में चारों तरफ खलबली मची हुई थी। देश की राजनैतिक हालत खराब थी, अदालतों में रिश्‍वत दिए बिना काम नहीं होता था और पाखंडियों ने धर्म को सिर्फ एक रस्म बनाकर रख दिया था। पहाड़ियों की चोटियाँ झूठे देवी-देवताओं की वेदियों से भरी पड़ी थीं। और-तो-और, कुछ राजाओं ने भी झूठे देवताओं की उपासना को बढ़ावा दिया था। मिसाल के तौर पर, राजा आहाज न सिर्फ अपनी प्रजा को मूर्तिपूजा करने की इजाज़त दे रहा था बल्कि खुद भी एक मूर्तिपूजक बन गया था। इतना ही नहीं, उसने कनानियों के देवता मोलेक को खुश करने के लिए बलि के तौर पर अपने ही बेटे को “आग में चलवाया।”b (2 राजा 16:3,4, किताब-ए-मुकद्दस;  2 इतिहास 28:3,4) जी हाँ, ये सारे काम उन्हीं लोगों के बीच हो रहे थे, जो यहोवा के चुने हुए लोग थे, वे लोग जिनके साथ उसने वाचा बाँधी थी!—निर्गमन 19:5-8.

  • एक प्राचीन भविष्यवक्‍ता का आज हमारे लिए संदेश
    यशायाह की भविष्यवाणी—सारे जगत के लिए उजियाला भाग I
    • b कुछ लोगों का कहना है कि ‘आग में चलवाने’ का मतलब सिर्फ शुद्धिकरण की रस्म हो सकती है। मगर, आसपास की आयतों से पता चलता है कि ये शब्द सचमुच आग में बलि करने के बारे में ही बात कर रहे हैं। इसमें कोई शक नहीं कि कनानियों के अलावा धर्मत्यागी इस्राएली भी अपने बच्चों की बलि चढ़ाने लगे थे।—व्यवस्थाविवरण 12:31; भजन 106:37,38.

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