वॉचटावर ऑनलाइन लाइब्रेरी
वॉचटावर
ऑनलाइन लाइब्रेरी
हिंदी
  • बाइबल
  • प्रकाशन
  • सभाएँ
  • परमेश्‍वर को आपकी चिन्ता है
    प्रहरीदुर्ग—1996 | मार्च 1
    • फिर भी, इस सारी कठिनाई में दाऊद यहोवा की व्यक्‍तिगत चिन्ता के बारे में विश्‍वस्त था। “तू मेरे मारे मारे फिरने का हिसाब रखता है,” उसने प्रार्थना में यहोवा से कहा। जी हाँ, दाऊद के लिए यह ऐसा था मानो यहोवा ने पूरी कठिन परीक्षा को लिख लिया था। फिर दाऊद ने आगे कहा: “तू मेरे आंसुओं को अपनी कुप्पी में रख ले! क्या उनकी चर्चा तेरी पुस्तक में नहीं है?”a (भजन ५६:८) इस दृष्टान्त से, दाऊद ने यह विश्‍वास व्यक्‍त किया कि यहोवा न सिर्फ़ स्थिति से बल्कि इसके भावात्मक प्रभाव से भी अवगत था।

  • परमेश्‍वर को आपकी चिन्ता है
    प्रहरीदुर्ग—1996 | मार्च 1
    • a एक कुप्पी जानवर की चमड़ी से बना एक पात्र था जो पानी, तेल, दूध, दाखमधु, मक्खन, और पनीर जैसी चीज़ों को रखने के लिए प्रयोग किया जाता था। प्राचीन कुप्पियाँ बहुत ही भिन्‍न माप और आकार की होती थीं, उनमें से कुछ चमड़े की थैलियाँ होती थीं और अन्य कार्क सहित छोटे-मुँह के पात्र होते थे।

हिंदी साहित्य (1972-2025)
लॉग-आउट
लॉग-इन
  • हिंदी
  • दूसरों को भेजें
  • पसंदीदा सेटिंग्स
  • Copyright © 2025 Watch Tower Bible and Tract Society of Pennsylvania
  • इस्तेमाल की शर्तें
  • गोपनीयता नीति
  • गोपनीयता सेटिंग्स
  • JW.ORG
  • लॉग-इन
दूसरों को भेजें