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एक राजा को उसके विश्वास का प्रतिफल मिलायशायाह की भविष्यवाणी—सारे जगत के लिए उजियाला भाग I
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28. चमत्कार से चंगा होने के कुछ समय बाद हिजकिय्याह क्या गलत फैसला करता है?
28 वफादार होने पर भी, हिजकिय्याह असिद्ध है। यहोवा के उसे चंगा करने के कुछ ही समय बाद वह एक बहुत ही गलत फैसला कर बैठता है। यशायाह समझाता है: “उस समय बलदान का पुत्र मरोदक बलदान, जो बाबुल का राजा था, उस ने हिजकिय्याह के रोगी होने और फिर चंगे हो जाने की चर्चा सुनकर उसके पास पत्री और भेंट भेजी। इन से हिजकिय्याह ने प्रसन्न होकर अपने अनमोल पदार्थों का भण्डार और चान्दी, सोना, सुगन्ध द्रव्य, उत्तम तेल और अपने हथियारों का सब घर और अपने भण्डारों में जो जो वस्तुएं थी, वे सब उनको दिखलाईं। हिजकिय्याह के भवन और राज्य भर में कोई ऐसी वस्तु नहीं रह गई जो उस ने उन्हें न दिखाई हो।”—यशायाह 39:1,2.b
29. (क) बाबुल से आए दूतों को अपनी दौलत दिखाने में हिजकिय्याह का शायद क्या मकसद रहा होगा? (ख) हिजकिय्याह के इस गलत फैसले का अंजाम क्या होगा?
29 अश्शूर ने यहोवा के स्वर्गदूत के हाथों करारी मात पायी। मगर फिर भी, अश्शूर दूसरे कई देशों के लिए, और बाबुल के लिए भी अब तक एक खतरा बना हुआ है। तो शायद हिजकिय्याह, बाबुल के राजा पर अपनी धाक जमाना चाहता था ताकि भविष्य में उनके देश एक-दूसरे की मदद करें। मगर, यहोवा नहीं चाहता कि यहूदा के लोग अपने दुश्मनों के साथ हाथ मिला लें; यहोवा चाहता है कि वे पूरी तरह उस पर भरोसा रखें! इसलिए भविष्यवक्ता यशायाह के ज़रिए, यहोवा हिजकिय्याह को बताता है कि भविष्य में क्या होगा: “ऐसे दिन आनेवाले हैं, जिन में जो कुछ तेरे भवन में है और जो कुछ आज के दिन तक तेरे पुरखाओं का रखा हुआ तेरे भण्डारों में है, वह सब बाबुल को उठ जाएगा; . . . कोई वस्तु न बचेगी। और जो पुत्र तेरे वंश में उत्पन्न हों, उन में से भी कितनों को वे बंधुआई में ले जाएंगे; और वे खोजे बनकर बाबुल के राजभवन में रहेंगे।” (यशायाह 39:3-7) जी हाँ, जिस देश पर हिजकिय्याह अपनी धाक जमाना चाहता था वही आखिरकार यरूशलेम के खज़ाने को लूटकर ले जाएगा और उसके लोगों को गुलाम बना लेगा। हिजकिय्याह ने बाबुलियों को अपना खज़ाना दिखाकर मानो खूँखार शेर को खून चखा दिया है।
30. हिजकिय्याह ने कैसे एक अच्छा रवैया अपनाया?
30 दूसरा इतिहास 32:26 (NHT) में लिखे शब्द शायद इसी घटना का ज़िक्र कर रहे हैं जब हिजकिय्याह ने बाबुलियों को अपना खज़ाना दिखाया था। वहाँ लिखा है: “हिजकिय्याह और यरूशलेम के निवासी दोनों अपने मन के घमंड से पछता कर दीन हुए जिस से कि यहोवा का कोप हिजकिय्याह के दिनों में उन पर न भड़का।”
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एक राजा को उसके विश्वास का प्रतिफल मिलायशायाह की भविष्यवाणी—सारे जगत के लिए उजियाला भाग I
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b सन्हेरीब की हार के बाद, आसपास के देशों ने हिजकिय्याह के पास सोने, चाँदी और दूसरी कीमती चीज़ों के तोहफे भेजे। दूसरा इतिहास 32:22,23,27 में लिखा है कि “हिजकिय्याह को बहुत ही धन और विभव मिला” और “वह सब जातियों की दृष्टि में महान ठहरा।” इन तोहफों की वजह से, हिजकिय्याह का जो खज़ाना अश्शूरियों को नज़राना देते वक्त खाली हो गया था, वह फिर से भर गया होगा।
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