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  • विश्‍वासघात करनेवाली दाख की बारी पर हाय!
    यशायाह की भविष्यवाणी—सारे जगत के लिए उजियाला भाग I
    • 4 दाख की बारी से फल पाने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ती है। यशायाह बताता है कि बारी के मालिक ने ‘मिट्टी खोदी और उसके पत्थर बीने।’ ऐसे काम में ना सिर्फ घंटों सख्त मेहनत करनी पड़ती है बल्कि इसमें हालत भी पस्त हो जाती है! फिर इस मालिक ने इनमें से बड़े-बड़े पत्थर लेकर “एक गुम्मट बनाया।” पुराने ज़माने में ऐसे गुम्मट पहरेदारों के लिए चौकी का काम करते थे, जहाँ खड़े होकर वे बारी पर नज़र रखते थे और चोरों और जानवरों से फसल की रक्षा करते थे।a उसने सीढ़ीदार बारी के किनारे-किनारे पत्थर की दीवारें भी बनायीं। (यशायाह 5:5) यह अकसर इसलिए किया जाता था ताकि मिट्टी की ऊपरी उपजाऊ परत जो पौधों के लिए बहुत ज़रूरी थी, पानी में बह न जाए।

  • विश्‍वासघात करनेवाली दाख की बारी पर हाय!
    यशायाह की भविष्यवाणी—सारे जगत के लिए उजियाला भाग I
    • 6, 7. (क) दाख की बारी का मालिक कौन है और दाख की बारी क्या है? (ख) बारी का मालिक किस बात के लिए इंसाफ माँगता है?

      6 आखिर, इस दाख की बारी का यह मालिक कौन है और दाख की बारी क्या है? बारी का मालिक खुद ही इन सवालों के जवाब देता है: “अब हे यरूशलेम के निवासियो और हे यहूदा के मनुष्यो, मेरे और मेरी दाख की बारी के बीच न्याय करो। मेरी दाख की बारी के लिये और क्या करना रह गया जो मैं ने उसके लिये न किया हो? फिर क्या कारण है कि जब मैं ने दाख की आशा की तब उस में निकम्मी दाखें लगीं? अब मैं तुम को जताता हूं कि अपनी दाख की बारी से क्या करूंगा। मैं उसके कांटेवाले बाड़े को उखाड़ दूंगा कि वह चट की जाए, और उसकी भीत को ढा दूंगा कि वह रौंदी जाए।”—यशायाह 5:3-5.

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    यशायाह की भविष्यवाणी—सारे जगत के लिए उजियाला भाग I
    • 9. यहोवा ने अपनी चुनी हुई जाति की देखभाल दाख की एक अनमोल बारी की तरह कैसे की?

      9 यहोवा ने अपनी इस जाति को कनान देश में ‘लगाया’ था और उन्हें अपने नियम और कानून दिए थे। ये नियम एक ऐसी दीवार या बाड़े की तरह थे जो उन्हें दूसरी जातियों से अलग रखकर भ्रष्ट होने से बचाए रखते। (निर्गमन 19:5,6; भजन 147:19,20; इफिसियों 2:14) इसके अलावा, यहोवा ने उनके लिए न्यायी, याजक और भविष्यवक्‍ता भी ठहराए थे जो लोगों को समझाया और सिखाया करते थे। (2 राजा 17:13; मलाकी 2:7; प्रेरितों 13:20) और जब-जब इस्राएल पर दूसरे देश हमला करते थे तो यहोवा उन्हें छुटकारा देने के लिए छुड़ानेवालों को भेजता था। (इब्रानियों 11:32,33) इसलिए, यहोवा का यह पूछना मुनासिब है: “मेरी दाख की बारी के लिये और क्या करना रह गया जो मैं ने उसके लिये न किया हो?”

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