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यहोवा एक मगरूर नगर का घमंड चूर करता हैयशायाह की भविष्यवाणी—सारे जगत के लिए उजियाला भाग I
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विनाश करने का परमेश्वर का हथियार
10. बाबुल को हराने के लिए यहोवा किसे इस्तेमाल करेगा?
10 बाबुल को मिटाने के लिए यहोवा किस हुकूमत का इस्तेमाल करेगा? इस सवाल का जवाब यहोवा ने करीब 200 साल पहले ही बता दिया था: “देखो, मैं उनके विरुद्ध मादियों को उभारने पर हूं, जो न तो चांदी की परवाह और न सोने का लालच करेंगे। उनके धनुष जवानों को मार गिराएंगे। न तो वे गर्भ के फल पर तरस खाएंगे, और न उनकी आंखों में बच्चों के प्रति कोई दया होगी। और बेबीलोन जो राज्यों का शिरोमणि है और जिसकी शोभा पर कसदी लोग घमण्ड करते हैं, वह ऐसा हो जाएगा जैसे सदोम और अमोरा जब परमेश्वर ने उन्हें उलट दिया था।” (यशायाह 13:17-19, NHT) आलीशान बाबुल गिर पड़ेगा और इसे गिराने के लिए यहोवा का हथियार है, दूर देश से मादियों के पहाड़ी इलाकों से आनेवाली सेनाएँ।a आखिरकार, बाबुल भी वैसे ही उजड़ जाएगा जैसे घोर अनैतिक काम करनेवाले सदोम और अमोरा के नगर उजड़ गए थे।—उत्पत्ति 13:13; 19:13,24.
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यहोवा एक मगरूर नगर का घमंड चूर करता हैयशायाह की भविष्यवाणी—सारे जगत के लिए उजियाला भाग I
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11, 12. (क) मादी जाति एक विश्वशक्ति कैसे बनी? (ख) भविष्यवाणी में मादी जाति की सेनाओं के बारे में कौन-सी अनोखी बात बतायी गयी है?
11 यशायाह के दिनों में, मादी जाति और बाबुल दोनों ही अश्शूर के गुलाम हैं। इसके करीब सौ साल बाद, सा.यु.पू. 632 में मादी जाति और बाबुलियों की फौजें मिलकर अश्शूरियों की राजधानी नीनवे को हरा देती हैं। इसी घटना के साथ बाबुल को एक विश्वशक्ति बनकर उभरने का मौका मिलता है। मगर उसे कहाँ पता है कि करीब 100 साल बाद, उसका साथ देनेवाली मादी जाति ही उसकी बरबादी का सबब बनेगी! यहोवा के सिवाय कौन ऐसी भविष्यवाणियाँ कर सकता है?
12 जब यहोवा अपने विनाशकारी हथियार यानी मादियों की सेना की पहचान बताता है तब वह कहता है कि वे ‘न तो चांदी की परवाह और न सोने का लालच करती हैं।’ युद्ध लड़नेवाले पत्थर-दिल सैनिक लूट में सोना-चांदी नहीं चाहते, कितने ताज्जुब की बात है! बाइबल विद्वान अल्बर्ट बार्न्स कहते हैं: “विरले ही ऐसी कोई हमलावर सेना हुई होगी जो दुश्मनों की धन-दौलत लूटने की उम्मीद ना करती हो।” क्या मादियों की सेना ने इस मामले में यहोवा की बात को सच ठहराया? जी हाँ, ज़रूर। जे. ग्लेन्टवर्थ बटलर की किताब, द बाइबल-वर्क में कही गयी इस बात पर गौर कीजिए: “आज तक जिन देशों ने लड़ाइयाँ लड़ी हैं, उन सभी से मादी और फारसी हटकर थे। उनकी नज़र में जीत से मिलनेवाली शोहरत, सोने-चाँदी से ज़्यादा अहमियत रखती थी।”b इसलिए कोई ताज्जुब नहीं कि फारसी राजा कुस्रू ने जब इस्राएलियों को बाबुल की बंधुआई से आज़ाद किया तो उसने उन्हें सोने और चाँदी के ऐसे हज़ारों पात्र लौटा दिए जिन्हें नबूकदनेस्सर यरूशलेम के मंदिर से लूटकर ले आया था।—एज्रा 1:7-11.
13, 14. (क) हालाँकि मादी-फारस के योद्धा लूट के माल की परवाह नहीं करते, फिर भी वे क्या इरादा रखते हैं? (ख) बाबुल को अपनी किलेबंदी पर जो गुरूर था उसे कुस्रू ने कैसे चूर-चूर किया?
13 हालाँकि मादी और फारसी योद्धाओं को लूट के माल से कोई लगाव नहीं, फिर भी उन्हें कामयाबी की बुलंदियाँ छूने से ज़रूर लगाव है। वे दुनिया के किसी भी देश से दूसरे नंबर पर दिखाई नहीं देना चाहते। और फिर, यहोवा भी उनके मन में “सत्यानाश करने” का विचार डालता है। (यशायाह 13:6) इसलिए धातु से बने अपने धनुषों से वे न सिर्फ तीर चलाते हैं, बल्कि दुश्मन के सैनिकों पर वार करके उन्हें कुचल डालते हैं। बाबुल की माताओं के लाल उनके हाथों मारे जाएँगे। वे बाबुल पर जीत पाने की ठान चुके हैं।
14 मादी-फारस की सेनाओं का प्रधान कुस्रू, बाबुल की किलेबंदी को देखकर पीछे नहीं हटता। सा.यु.पू. 539 के अक्टूबर 5/6 की रात को, वह हुक्म देता है कि फरात नदी के पानी का कटाव करके उसका रुख मोड़ दिया जाए। जब नदी का पानी कम हो जाता है, तो उसकी हमलावर फौजें चुपके से उस नदी के घुटनों तक गहरे पानी से होकर नगर में घुस जाती हैं। बाबुल के लोग इस हमले के लिए तैयार नहीं हैं और बाबुल गिर पड़ता है। (दानिय्येल 5:30) यहोवा परमेश्वर, यशायाह को इन घटनाओं की भविष्यवाणी करने की प्रेरणा देता है ताकि इसमें शक की कोई गुंजाइश न रहे कि वही है जिसने यह सब कुछ करना तय किया है।
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यहोवा एक मगरूर नगर का घमंड चूर करता हैयशायाह की भविष्यवाणी—सारे जगत के लिए उजियाला भाग I
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a हालाँकि यशायाह ने सिर्फ मादियों का नाम बताया है, मगर बाबुल के खिलाफ मादी जाति, फारस, एलाम और कई और छोटे-छोटे देश मिलकर चढ़ाई करेंगे। (यिर्मयाह 50:9; 51:24,27,28) पड़ोसी देश, मादियों और फारसियों दोनों को ही ‘मादी लोग’ कहकर बुलाते थे। इसके अलावा, आगे चलकर कुस्रू के राज में हालाँकि फारस ज़्यादा शक्तिशाली हुआ था मगर उससे पहले यशायाह के दिनों में तो मादी जाति ही ज़्यादा ताकतवर थी।
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यहोवा एक मगरूर नगर का घमंड चूर करता हैयशायाह की भविष्यवाणी—सारे जगत के लिए उजियाला भाग I
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b लेकिन, ऐसा लगता है कि बाद में मादी और फारसी सुख-सुविधा की चीज़ों और ऐशो-आराम को बहुत ज़्यादा पसंद करने लगे।—एस्तेर 1:1-7.
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