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चार शब्द जिन्होंने ज़माना बदल दियादानिय्येल की भविष्यवाणी पर ध्यान दें!
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10. दीवार की लिखावट का मतलब बताने की कोशिश करनेवाले पंडितों का क्या हाल हुआ?
10 जल्दी ही जेवनार का भवन पंडितों से भर गया। ऐसे लोगों की बाबुल में कोई कमी नहीं थी क्योंकि बाबुल शहर देवी-देवताओं के मंदिरों से भरा पड़ा था, जिनमें तंत्र-मंत्र करनेवाले, शकुन विचारनेवाले, गूढ़ बातों और रहस्यों का भेद प्रगट करने का दावा करनेवाले ढेरों पुजारी और पंडित पाए जा सकते थे। इन पंडितों को लगा कि यह क्या ही सुनहरा और बढ़िया मौका है। हम इन बड़े-बड़े लोगों के सामने अपनी महारत दिखाकर राजा से बड़ा पद और इनाम पा सकते हैं। लेकिन वे बुरी तरह असफल रहे! वे “उस लिखे हुए को न पढ़ सके और न राजा को उसका अर्थ समझा सके।”d—दानिय्येल 5:8.
11. बाबुल के सारे पंडित उन चार शब्दों को शायद क्यों नहीं पढ़ सके थे?
11 ऐसा हो सकता है कि उस लिखे हुए के अक्षरों को ही पढ़ा नहीं जा सकता था। अगर यह सच है तो फिर वे धूर्त पंडित, राजा को बेवकूफ बनाने के लिए इन शब्दों का मन-गढ़ंत उच्चारण करके उनका कोई मतलब ज़रूर बता देते। या फिर वे शायद अक्षरों को तो पढ़ सकते थे लेकिन यह नहीं जानते थे कि उन्हें साथ मिलाकर क्या शब्द बनाया जाए, क्योंकि अरामी और इब्रानी भाषा में क, ख, ग, जैसे व्यंजनों के बीच में अ, आ, इ, ई जैसे स्वर और उन स्वरों की मात्राएं नहीं होती थीं। इसलिए इन अक्षरों को किसी भी तरह मात्राएँ देकर पढ़ा जा सकता था, जिससे कई शब्द बन सकते थे और हर शब्द का अलग-अलग मतलब हो सकता था। और अगर ऐसा था तो बाबुल के पंडित यह तय नहीं कर पाए कि ये क्या शब्द हैं और इनका क्या मतलब है। अगर उन्होंने यह तय भी कर लिया हो कि ये चार शब्द ये-ये हैं फिर भी वे यह नहीं समझा पाए होंगे कि ये चार शब्द मिलकर क्या बताना चाहते हैं। चाहे जो भी हो इन चार साधारण शब्दों का मतलब समझाने में बाबुल के सारे पंडित बुरी तरह नाकाम रहे!
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चार शब्द जिन्होंने ज़माना बदल दियादानिय्येल की भविष्यवाणी पर ध्यान दें!
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d पत्रिका बिब्लिकल आर्कियॉलजी रिव्यू कहती है: “बाबुल के पंडितों के पास ऐसी किताबें थीं जिनमें ढेरों शकुन, अपशकुन और उनके अलग-अलग मतलब दिए गए थे। . . . जब बेलशस्सर ने दीवार की लिखाई को पढ़ने की आज्ञा दी होगी तब बाबुल के पंडितों ने ज़रूर इन्हीं बड़ी-बड़ी पोथियों को छान मारा होगा, ताकि वे उन शब्दों का मतलब बता सकें। लेकिन ऐसी सारी किताबें सिर्फ रद्दी साबित हुईं।”
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