प्रतिज्ञात देश से दृश्य
बाशान एक उर्वर स्रोत
बाइबल पढ़ते वक्त, क्या आपने ऐसी जगहों के नाम नहीं पढ़े, जिनकी तस्वीर आप अपने मन में नहीं बना सकते? जून से अगस्त, १९८९, के दौरान, यहोवा के गवाहों ने मीका से जकर्याह तक पढ़ा। उस सारणी के साथ साथ पढ़ने से आप ने बाशान का ज़िक्र तीन शास्त्रपदों में पाया होगा। (मीका ७:१४; नहूम १:४; जकर्याह ११:२) वे और अन्य दिलचस्प शास्त्रपद तभी अधिक सूचित करेंगे जब आप अपने मन की आँख से बाशान देख सकेंगे।
बाशान कहाँ था? ख़ैर, आप उसकी पहचान गोलन ऊँचाईयों से कर सकते हैं, जिसे आप ने अख़बारों के नक़शों में देखा होगा। बाशान, गलील सागर और यरदन की ऊपरी घाटी, दोनों के पूर्व की ओर था। मूलतः, यह यारमक नदी (जो यरदन और सोर के बीच, वर्तमान सीमा का एक भाग है) से उत्तरी दिशा में हेर्मोन् के पहाड़ तक फैलता था।
प्राचीन इस्राएलियों के प्रतिज्ञात देश में प्रवेश करने से पहले, उन्हें बाशान के ओग नाम विशालकाय राजा की कनानी सेना को पराजित करना पड़ा। उसके बाद, बाशान के अधिकांश हिस्से में मनश्शेई का गोत्र रहने लगा। (व्यवस्थाविवरण ३:१-७, ११, १३; गिनती ३२:३३; ३४:१४) बाइबल का यह क्षेत्र कैसे था? हालाँकि उसके पहाड़ी इलाकों में जंगल थे, बाशान का अधिकांश हिस्सा एक पठार था, ऊँची अधित्यका।
काफ़ी हद तक, बाशान वास्तविक रोटी की टोकरी थी। यह इसलिए था कि उस इलाके के अधिकांश हिस्से में बढ़िया चरागाह- या चराई-ज़मीन फैली थी। (यिर्मयाह ५०:१९) साथ दी गयी तस्वीरें शायद आपको बाशान के बारे में कुछेक बाइबल उल्लेखों की याद दिलाएगीं।a अनकों ने “बाशान की सांढ़ों” के बारे में पढ़ा है। (भजन २२:१२, किंग जेम्स वर्शन) जी हाँ, प्राचीन समय में यह इलाका, शक्तिशाली जवान बैलों समेत, अपने गाय-बैलों के लिए मशहूर था। लेकिन वहाँ अन्य पालतू पशु भी फलते-फूलते थे, जैसे भेड़ और बक़रियाँ, जिन से दूध और मक्खन की भरपूर आपूर्ति मिलती थी।—व्यवस्थाविवरण ३२:१४.
आप शायद विचार करेंगे कि बाशान इतना उर्वर कैसे बन गया, चूँकि यह यरदन की पूर्वी दिशा के एक ऐसे इलाके में था, जिसे अनेक बहुत सूखा समझते हैं। वास्तविकता यह है कि, पश्चिम में गलील की पहाड़ियाँ कम ऊँची हैं, तो मेडिटरेनियन (महासागर) की तरफ़ से आनेवाले बादल उनके ऊपर से गुज़रकर बाशान पर काफ़ी बारिश ले आ सकते थे। इसके अतिरिक्त, हेर्मोन् के पहाड़ से नम हवा और झरने नीचे बहते थे। जब वह अनमोल नमी बाशान की उपजाऊ ज्वालामुखीय मिट्टी से मिल जाती थी, तब उस ज़मीन की क्षमता का अंदाज़ा लागाइए! उस क्षेत्र ने भरपूर मात्रा में अनाज उत्पन्न किया। रोमियों के लिए एक प्रधान अन्नभण्डार होने से बहुत पहले, सुलैमान के मेज़ के लिए खाने की आपूर्ति बाशान से हुई। तो फिर, सकारण, बाद में परमेश्वर के छुड़ाए गए लोगों के लिए उसके प्रबंध का उल्लेख इस तरह किया जा सकता था: “वे पूर्वकाल की नाईं बाशान और गिलाद में चरा करें।”—मीका ७:१४; १ राजा ४:७, १३.
ऐसी उर्वरता के बारे में जानकर, आप नहूम के मर्मस्पर्शी वर्णन की क़दर कर सकेंगे कि यहोवा की नापसंदगी का क्या परिणाम होता: “बाशान और कर्म्मेल [महासागर के पास हरी-भरी पहाड़ियाँ] कुम्हलाते और लबानोन की हरियाली जाती रहती है।”—नहूम १:४ब.
बाशान के इस संक्षिप्त विवरण से आपको बाइबल के कुछेक नज़दीकी दृश्यों की तस्वीरों की कल्पना ज़्यादा आसानी से करने की मदद होगी। उदाहरणार्थ, आप ने संभवतः अनाज की फ़सल के बारे में पढ़ा होगा, जैसा कि गेहूँ जो बाशान के अधिकांश भाग में उगता था। गेहूँ की फ़सल आइय्यार और सीवान (यहूदी तिथिपत्र, जो उत्तर-अप्रैल, मई, और प्रारंभिक जून के सदृश थे) के गर्म महीनों में होती थी। इस कालावधि में, अठवारों का पर्ब्ब (पिन्तेकुस्त) होता था। उसकी एक विधि के तौर से, गेहूँ फ़सल की पहली उपज अर्पित की जाती थी, और मेम्नों, भेड़ों, और एक सांढ़ की बलि चढ़ायी जाती थी। शायद हो सकता है कि वे पशु बाशान से ही लाए गए हों?—निर्गमन ३४:२२; लैव्यव्यवस्था २३:१५-१८.
फ़सल के समय, मज़दूर खड़े गेहूँ को एक टेढ़ी हँसिए से काटते थे, लोहे की उस हँसिए की तरह, जो ऊपर दिखायी देती है, जिसकी लकड़ी की हत्थी गुम है। (व्यवस्थाविवरण १६:९, १०; २३:२५) फिर डंठलों को इकट्ठा किया जाकर उन्हें खलिहान में लाया जाता था, जहाँ दानों को निकालने के लिए एक लकड़ी से बनी गाड़ी (जिसके नीचे पत्थर लगाए गए थे) उनके ऊपर से चलायी जाती थी। (रूत २:२-७, २३; ३:३, ६; यशायाह ४१:१५) जब आप इसकी तस्वीर को देखते हैं, जो कि गोलन ऊँचाईयों में खींची गयी थी, आप शायद परमेश्वर के सार्थक नियम पर मनन करेंगे: “दांवते समय, चलते हुए बैल का मुँह न बान्धना।”—व्यवस्थाविवरण २५:४; १ कुरिन्थियों ९:९.
आख़िर में, याद करें कि प्राचीन बाशान में घने जंगलों के इलाके थे, जिन में के अनेक पेड़ अतिविशाल बांजवृक्ष हुआ करते थे, जैसे कि बाँयीं ओर दिखाए गए हैं। फीनीके के लोग बाशान के मज़बूत बांजवृक्ष लकड़ी से डाँड़ बनाया करते थे। (यहेजकेल २७:६) फिर भी, ‘बाशान के ऊँचे और बड़े बांजवृक्ष, अगम्य वन,’ भी परमेश्वर के अभिव्यक्त क्रोध के सामने खड़े रह न सके। (जकर्याह ११:२; यशायाह २:१३) ऐसे पेड़ों को देखना इस बात की सजीव कल्पना करना ज़्यादा आसान बनाता है कि भागने वाली सेना के लिए ऐसे जंगल एक समस्या क्यों बनते। अकेला घुड़सवार भी डालियों में फँस सकता था, जैसा कि अबशालोम कहीं और फँस गया था।—२ शमूएल १८:८, ९.
हम देख सकते हैं कि यद्यपि बाशान प्रतिज्ञात देश का ऐसा इलाका था, जहाँ बाइबल-संबंधी महत्त्व रखनेवाली बहुत कम घटनाएँ घटीं, फिर भी, उस में के दृश्य हमारा उसके विषय उल्लेखों का ज्ञान बढ़ाते हैं।
[फुटनोट]
a १९८९ कॅलैंडर ऑफ जेहोवाज़ विट्नेसिज़ भी देखें।
[पेज 28 पर चित्र का श्रेय]
Pictorial Archive (Near Eastern History) Est.
[पेज 29 पर चित्र का श्रेय]
Pictorial Archive (Near Eastern History) Est.
Inset: Badè Institute of Biblical Archaeology
Pictorial Archive (Near Eastern History) Est.