वॉचटावर ऑनलाइन लाइब्रेरी
वॉचटावर
ऑनलाइन लाइब्रेरी
हिंदी
  • बाइबल
  • प्रकाशन
  • सभाएँ
  • सच्ची दौलत को ढूँढ़ने में लगे रहिए
    प्रहरीदुर्ग (अध्ययन)—2017 | जुलाई
    • 4, 5. (क) यीशु की मिसाल में प्रबंधक के साथ क्या हुआ? (ख) यीशु ने अपने चेलों को क्या करने के लिए कहा?

      4 लूका 16:1-9 पढ़िए। यीशु ने बेईमान प्रबंधक की जो मिसाल दी वह हमें सोचने पर मजबूर कर देती है। उस प्रबंधक के बारे में शिकायत की गयी कि वह अपने मालिक के माल की बरबादी कर रहा है। मालिक ने उसे नौकरी से निकालने का फैसला किया।a मगर प्रबंधक ने “होशियारी से काम लिया।” उसने उन लोगों से दोस्ती की जो बाद में उसकी मदद कर सकते थे। यीशु इस मिसाल से यह नहीं कह रहा था कि उसके चेले गुज़ारा करने के लिए बेईमानी करे। ऐसा तो दुनिया के लोग करते हैं। इसके बजाय यीशु इस मिसाल से हमें एक ज़रूरी सीख दे रहा था।

      5 यीशु जानता था कि जिस तरह उस प्रबंधक को अचानक मुश्‍किल हालात का सामना करना पड़ा, उसी तरह उसके चेलों को भी अन्याय से भरी इस दुनिया में अपना गुज़ारा करना मुश्‍किल होगा। इसलिए उसने कहा, “बेईमानी की दौलत से अपने लिए दोस्त बना लो ताकि जब यह दौलत न रहे, तो ये दोस्त [यानी यहोवा और यीशु] तुम्हें उन जगहों में ले लें जो हमेशा बनी रहेंगी।” यीशु की इस सलाह से हम क्या सीख सकते हैं?

      6. परमेश्‍वर का मकसद क्या नहीं था?

      6 यीशु ने यह नहीं समझाया कि उसने दौलत को “बेईमानी की दौलत” क्यों कहा। लेकिन बाइबल से साफ पता चलता है कि परमेश्‍वर का यह मकसद कभी नहीं था कि इंसान खरीदे-बेचे और बहुत पैसा कमाए। यहोवा ने खुद भी अदन के बाग में दिल खोलकर आदम और हव्वा की ज़रूरतें पूरी कीं। (उत्प. 2:15, 16) आगे चलकर जब उसने अभिषिक्‍त जनों को अपनी पवित्र शक्‍ति दी तो “उनमें से कोई भी अपनी संपत्ति को अपना नहीं कहता था, बल्कि सब चीज़ें वे आपस में बाँट लेते थे।” (प्रेषि. 4:32) यशायाह ने एक ऐसे वक्‍त के बारे में भविष्यवाणी की जब सब लोग धरती की चीज़ों का जी-भरकर मज़ा लेंगे। (यशा. 25:6-9; 65:21, 22) लेकिन तब तक यीशु के चेलों को “होशियारी से काम” लेना होगा। उन्हें “बेईमानी की दौलत” से अपना गुज़ारा करने के साथ-साथ इस बात का भी ध्यान रखना होगा कि वे यहोवा की मंज़ूरी न खोएँ।

  • सच्ची दौलत को ढूँढ़ने में लगे रहिए
    प्रहरीदुर्ग (अध्ययन)—2017 | जुलाई
    • 7. लूका 16:10-13 में यीशु ने क्या सलाह दी?

      7 लूका 16:10-13 पढ़िए। यीशु की मिसाल में बताए प्रबंधक ने अपने फायदे के लिए दोस्त बनाए। लेकिन यीशु ने अपने चेलों को बढ़ावा दिया कि वे बिना किसी लालच के स्वर्ग में दोस्त बनाएँ। वह यह समझाना चाहता था कि हम अपनी दौलत का जिस तरह इस्तेमाल करते हैं उससे साबित कर सकते हैं कि हम परमेश्‍वर के वफादार हैं या नहीं। हम अपनी दौलत का सही इस्तेमाल कैसे कर सकते हैं?

हिंदी साहित्य (1972-2025)
लॉग-आउट
लॉग-इन
  • हिंदी
  • दूसरों को भेजें
  • पसंदीदा सेटिंग्स
  • Copyright © 2025 Watch Tower Bible and Tract Society of Pennsylvania
  • इस्तेमाल की शर्तें
  • गोपनीयता नीति
  • गोपनीयता सेटिंग्स
  • JW.ORG
  • लॉग-इन
दूसरों को भेजें