-
“आनंद और पवित्र शक्ति से भरपूर”‘परमेश्वर के राज के बारे में अच्छी तरह गवाही दो’
-
-
7 बार-यीशु जानता है कि अगर सिरगियुस पौलुस ने राज का संदेश कबूल कर लिया तो वह उसकी सलाह मानना छोड़ देगा। इसलिए वह पूरी कोशिश करता है कि “राज्यपाल इस विश्वास को न अपनाए।” (प्रेषि. 13:8) मगर शाऊल भी हाथ-पर-हाथ धरे बैठा नहीं रहता। ब्यौरा बताता है, ‘तब शाऊल, जिसका नाम पौलुस भी है, पवित्र शक्ति से भरकर बार-यीशु की तरफ टकटकी लगाकर देखता है और कहता है, “अरे शैतान की औलाद, तू जो हर तरह की धोखाधड़ी और मक्कारी से भरा हुआ है और हर तरह की नेकी का दुश्मन है, क्या तू यहोवा की सीधी राहों को बिगाड़ना नहीं छोड़ेगा? अब देख! यहोवा का हाथ तेरे खिलाफ उठा है और तू अंधा हो जाएगा और कुछ वक्त के लिए सूरज की रौशनी नहीं देख पाएगा।” उसी पल उसकी आँखों के आगे घने कोहरे जैसा धुँधलापन और अँधेरा छा जाता है और वह इधर-उधर टटोलने लगता है कि कोई उसका हाथ पकड़कर उसे ले चले।’g यह सब देखकर ‘राज्यपाल विश्वासी बन जाता है क्योंकि वह यहोवा की शिक्षा से दंग रह जाता है।’—प्रेषि. 13:9-12.
-
-
“आनंद और पवित्र शक्ति से भरपूर”‘परमेश्वर के राज के बारे में अच्छी तरह गवाही दो’
-
-
f कुप्रुस द्वीप में रोमी सरकार का शासन था और उन्होंने अपनी तरफ से एक राज्यपाल को वहाँ ठहराया था।
-