वॉचटावर ऑनलाइन लाइब्रेरी
वॉचटावर
ऑनलाइन लाइब्रेरी
हिंदी
  • बाइबल
  • प्रकाशन
  • सभाएँ
  • mwb18 सितंबर पेज 4
  • यीशु के पीछे सही इरादे से चलिए

इस भाग के लिए कोई वीडियो नहीं है।

माफ कीजिए, वीडियो डाउनलोड नहीं हो पा रहा है।

  • यीशु के पीछे सही इरादे से चलिए
  • हमारी मसीही ज़िंदगी और सेवा — सभा पुस्तिका—2018
  • मिलते-जुलते लेख
  • कोई भी बात उन्हें ठोकर नहीं खिला सकती
    प्रहरीदुर्ग यहोवा के राज्य की घोषणा करता है (अध्ययन)—2021
  • क्या आप यीशु की वजह से ठोकर खाएँगे?
    प्रहरीदुर्ग यहोवा के राज्य की घोषणा करता है (अध्ययन)—2021
  • ध्यान रखें कि न खुद ठोकर खाएँ, न दूसरों को ठोकर खिलाएँ
    हमारी मसीही ज़िंदगी और सेवा — सभा पुस्तिका—2018
  • आपकी सोच किसकी तरह है?
    हमारी मसीही ज़िंदगी और सेवा — सभा पुस्तिका—2018
और देखिए
हमारी मसीही ज़िंदगी और सेवा — सभा पुस्तिका—2018
mwb18 सितंबर पेज 4

पाएँ बाइबल का खज़ाना | यूहन्‍ना 5-6

यीशु के पीछे सही इरादे से चलिए

6:9-11, 25-27, 54, 66-69

जब यीशु ने एक ऐसी मिसाल बतायी जिसे समझना चेलों को मुश्‍किल लगा, तो कुछ चेलों का विश्‍वास डगमगा गया। उन्होंने यीशु के साथ जाना छोड़ दिया। इसके बस एक दिन पहले यीशु ने चमत्कार करके उन्हें खाना दिया था। तब उन्होंने साफ देखा कि उसे परमेश्‍वर से शक्‍ति मिली है। तो फिर उनका विश्‍वास क्यों डगमगा गया? ज़ाहिर है कि वे अपने स्वार्थ के लिए यीशु के पीछे चल रहे थे। वे बस अपने फायदे के लिए यीशु के पास आया करते थे।

हमें खुद से पूछना चाहिए, ‘मैं क्यों यीशु के पीछे चल रहा हूँ? क्या सिर्फ इसलिए कि आज और भविष्य में मुझे आशीषें मिलेंगी? या इसलिए कि मैं यहोवा से प्यार करता हूँ और उसे खुश करना चाहता हूँ?’

यीशु चमत्कार करके अपने चेलों को खिला रहा है। बहुत-से चेले यीशु को छोड़कर जा रहे हैं और वह अपने प्रेषितों से पूछ रहा है कि क्या वे भी उसे छोड़कर जाना चाहते हैं

अगर हम सिर्फ नीचे बतायी वजहों से यहोवा की सेवा करते हैं, तो हमारा विश्‍वास क्यों डगमगा सकता है?

  • हमें परमेश्‍वर के लोगों से मिलना-जुलना अच्छा लगता है

  • हम फिरदौस में जीना चाहते हैं

    हिंदी साहित्य (1972-2025)
    लॉग-आउट
    लॉग-इन
    • हिंदी
    • दूसरों को भेजें
    • पसंदीदा सेटिंग्स
    • Copyright © 2025 Watch Tower Bible and Tract Society of Pennsylvania
    • इस्तेमाल की शर्तें
    • गोपनीयता नीति
    • गोपनीयता सेटिंग्स
    • JW.ORG
    • लॉग-इन
    दूसरों को भेजें