पाएँ बाइबल का खज़ाना | प्रेषितों 27-28
पौलुस जहाज़ से रोम जाता है
पौलुस ने एक कैदी होने के बावजूद प्रचार करना नहीं छोड़ा। जहाज़ से सफर करते समय उसने जहाज़ के कर्मचारियों और दूसरे यात्रियों को गवाही दी। जब माल्टा में उसका जहाज़ टूट गया, तो उसके बाद उसने जिन लोगों को चंगा किया था उन्हें भी ज़रूर उसने खुशखबरी सुनायी होगी। रोम पहुँचने के बस तीन दिन बाद उसने यहूदियों के खास आदमियों को अपने यहाँ बुलाया ताकि उन्हें गवाही दे सके। जब उसे दो साल तक एक घर में नज़रबंद रखा गया, तो वह उन सबको प्रचार करता था जो उससे मिलने आते थे।
अपनी सीमाओं के बावजूद आप कैसे दूसरों को खुशखबरी सुना सकते हैं?