जीएँ मसीहियों की तरह
अंत आने तक यहोवा के वफादार रहिए
यह क्यों ज़रूरी है: बहुत जल्द ऐसी घटनाएँ होंगी जब हमें पहले से कहीं ज़्यादा यहोवा पर भरोसा रखना होगा और हिम्मत से काम लेना होगा। झूठे धर्मों के नाश से महा-संकट शुरू हो जाएगा। (मत 24:21; प्रक 17:16, 17) चारों तरफ अफरा-तफरी मची होगी, मगर हम शायद लोगों को न्याय का कड़ा संदेश सुनाएँगे। (प्रक 16:21) फिर हम पर मागोग देश के गोग का हमला होगा। (यहे 38:10-12, 14-16) इस पर “सर्वशक्तिमान परमेश्वर के महान दिन के युद्ध” की शुरूआत होगी। (प्रक 16:14, 16) अगर हम आज परीक्षाओं के दौरान यहोवा के वफादार रहें, तभी हम भविष्य में होनेवाली इन घटनाओं का हिम्मत से सामना कर पाएँगे।
कैसे करें:
यहोवा के ऊँचे नैतिक स्तरों के मुताबिक जीवन बिताइए, इनसे कभी समझौता मत कीजिए।—यश 5:20
मसीही भाई-बहनों के साथ यहोवा की उपासना करते रहिए।—इब्र 10:24, 25
यहोवा के संगठन से मिलनेवाले निर्देशों को तुरंत मानिए।—इब्र 13:17
बीते समय में यहोवा ने अपने लोगों को जिस तरह बचाया, उस बात पर मनन कीजिए।—2पत 2:9
यहोवा से प्रार्थना कीजिए और उस पर भरोसा रखिए।—भज 112:7, 8
भविष्य की घटनाओं के लिए हिम्मत ज़रूरी है—एक झलक वीडियो देखिए। फिर आगे बताए सवालों के जवाब दीजिए:
जब एक मंडली के प्रचारकों को दूसरी मंडली में जाने के लिए कहा गया, तो कुछ लोगों के लिए क्या करना मुश्किल था?
आज्ञा मानने से हमारी हिम्मत कैसे बढ़ती है?
हर-मगिदोन के दौरान हमें क्यों हिम्मत से काम लेना होगा?
भविष्य में होनेवाली घटनाओं के लिए खुद को अभी से तैयार कीजिए
बाइबल के किस ब्यौरे से हमारा विश्वास मज़बूत होता है कि यहोवा हमें बचाएगा?—2इत 20:1-24