उनके विश्वास की मिसाल पर चलिए उनके विश्वास की मिसाल पर चलिए समय-रेखा शीर्षक/प्रकाशक विषय-सूची शासी निकाय की तरफ से खत परिचय अध्याय अध्याय एक ‘हालाँकि वह मर चुका है, मगर वह आज भी बोलता है’ अध्याय दो वह “सच्चे परमेश्वर के साथ-साथ चलता रहा” अध्याय तीन ‘उन सबका पिता जो विश्वास करते हैं’ अध्याय चार “जहाँ तू जाएगी, वहाँ मैं भी जाऊँगी” अध्याय पाँच “एक नेक औरत” अध्याय छः उसने दिल खोलकर परमेश्वर से प्रार्थना की अध्याय सात वह “यहोवा के सामने बढ़ने लगा” अध्याय आठ निराशा के बावजूद उसने धीरज रखा अध्याय नौ उसने समझ-बूझ से काम लिया अध्याय दस वह सच्ची उपासना के पक्ष में खड़ा हुआ अध्याय ग्यारह वह चौकन्ना रहा और इंतज़ार करता रहा अध्याय बारह उसने अपने परमेश्वर से दिलासा पाया अध्याय तेरह उसने अपनी गलतियों से सबक सीखा अध्याय चौदह उसने दया दिखाना सीखा अध्याय पंद्रह उसने अपने लोगों को बचाने के लिए कदम उठाया अध्याय सोलह उसने हिम्मत और बुद्धि से काम लिया अध्याय सत्रह “देख! मैं तो यहोवा की दासी हूँ!” अध्याय अठारह “वह इनके मतलब के बारे में गहराई से सोचने लगी” अध्याय उन्नीस एक अच्छा पिता अध्याय बीस “मुझे यकीन है” अध्याय इक्कीस उसने डरने और शक करने की कमज़ोरी पर काबू पाया अध्याय बाईस वह परीक्षाओं में भी वफादार रहा अध्याय तेईस उसने प्रभु से माफ करना सीखा समाप्ति