मिलते-जुलते लेख km 3/91 पेज 1 धैर्यपूर्वक “आओ!” यह आमंत्रण प्रस्तुत करो “पवित्र शक्ति और वह दुल्हन कहती रहती हैं: ‘आ!’” प्रहरीदुर्ग यहोवा के राज्य की घोषणा करता है—2010 “जो कोई सुने, वह कहे: ‘आ!’” प्रहरीदुर्ग यहोवा के राज्य की घोषणा करता है—1991 एक अभियान जिसके अच्छे नतीजे मिलते हैं हमारी राज-सेवा—2013 अधिवेशन में आने का न्यौता हमारी राज-सेवा—2015 स्मारक के इश्तहार के लिए खास अभियान! हमारी राज-सेवा—2009 2 अप्रैल से स्मारक के न्यौते का परचा बाँटा जाएगा हमारी राज-सेवा—2011 17 मार्च से स्मारक का न्यौता देने का अभियान शुरू होगा हमारी राज-सेवा—2012 पूरी धरती में स्मारक का न्यौता बाँटना! हमारी राज-सेवा—2010 प्रकाशन कैसे दें हमारी मसीही ज़िंदगी और सेवा — सभा पुस्तिका—2016 प्रकाशन कैसे दें हमारी मसीही ज़िंदगी और सेवा — सभा पुस्तिका—2017