मिलते-जुलते लेख km 1/09 पेज 1-2 वे कैसे सुनेंगे? सुसमाचार की घोषणा करने में लगे रहना हमारी राज-सेवा—1996 रुकावट के बिना हमारी सेवकाई को बढ़ाए रखना हमारी राज-सेवा—1990 हम क्यों बार-बार वापस जाते हैं? हमारी राज-सेवा—2007 बिना रुके प्रचार करते रहिए हमारी राज-सेवा—2008 ‘प्रभु में आपको जो सेवा सौंपी गयी है, उसका ध्यान रखो’ प्रहरीदुर्ग यहोवा के राज्य की घोषणा करता है—2008 ‘शुभ समाचार लाना’ प्रहरीदुर्ग यहोवा के राज्य की घोषणा करता है—2005 बिना रुके घर-घर हमारी राज-सेवा—1994 ‘वह पवित्र शास्त्र से उनके साथ तर्क-वितर्क करता है’ ‘परमेश्वर के राज के बारे में अच्छी तरह गवाही दो’ यीशु की तरह हिम्मत से प्रचार कीजिए प्रहरीदुर्ग यहोवा के राज्य की घोषणा करता है—2009 क्या बात हमें प्रचार करने के लिए उकसाती है? हमारी राज-सेवा—2013