मिलते-जुलते लेख राज-सेवा 5/13 पेज 2 हमारी पत्रिकाएँ किन लोगों को दिलचस्प लगेंगी? हमारी पत्रिकाओं का सर्वोत्तम प्रयोग कीजिए हमारी राज-सेवा—1996 पत्रिकाओं की पेशकश को अपनी सेवा का अहम हिस्सा बनाइए हमारी राज-सेवा—2005 पत्रिका कार्य के लिए समय अलग रखिए हमारी राज-सेवा—1993 ऐसे लेख चुनिए जो लोगों को खास पसंद आएँ हमारी राज-सेवा—1998 पत्रिकाएँ राज्य की घोषणा करती हैं हमारी राज-सेवा—1998 सुसमाचार की भेंट—पत्रिकाओं के साथ ऐसे क्षेत्र में जहाँ प्रचार बारंबार किया जाता हो हमारी राज-सेवा—1991 उत्कृष्ट पत्रिकाएं प्रस्तुत हमारी राज-सेवा—1990 प्रहरीदुर्ग और अवेक! का अच्छा प्रयोग करना हमारी राज-सेवा—1993 सुसमाचार की भेंट—पत्रिकाओं के साथ हमारी राज-सेवा—1990 एक विषय पर बात करके दोनों पत्रिकाएँ पेश कीजिए हमारी राज-सेवा—2013