परमेश्वर का नाम—क्या इसका इस्तेमाल करना गलत है?
बाइबल के इब्रानी शास्त्र के मूल पाठ में, जिसे अकसर ‘पुराना नियम’ भी कहा जाता है, परमेश्वर का नाम करीब 7,000 बार आता है। इस नाम को वहाँ इब्रानी के चार अक्षरों, יהוה (दाएँ से बाएँ पढ़िए) यानी योद, हे, वॉव, हे में लिखा गया है। इन्हें अँग्रेज़ी में अकसर YHWH और हिंदी में, य ह व ह लिखा जाता है।
बहुत समय पहले, यहूदियों का अंधविश्वास यह था कि परमेश्वर के नाम का उच्चारण करना गलत है। इस वजह से उन लोगों ने परमेश्वर का नाम लेना बंद कर दिया और अपने लेखों में भी, वे परमेश्वर के नाम के बजाय दूसरी उपाधियाँ लिखने लगे। फिर भी, बाइबल के कई अनुवादकों ने बाइबल में परमेश्वर के नाम के लिए “याहवे” या “यहोवा” इस्तेमाल किया है। जैसे कि द होली बाइबल हिन्दी—ओ.वी. में “यहोवा” नाम इस्तेमाल किया गया है। इस अनुवाद के अनुसार जब मूसा ने परमेश्वर से उसके नाम के बारे में पूछा, तो उसने जवाब दिया: “तू इस्राएलियों से यह कहना, कि तुम्हारे पितरों का परमेश्वर, अर्थात् इब्राहीम का परमेश्वर, इसहाक का परमेश्वर, और याक़ूब का परमेश्वर, यहोवा, उसी ने मुझ को तुम्हारे पास भेजा है। देख, सदा तक मेरा नाम यही रहेगा, और पीढ़ी पीढ़ी में मेरा स्मरण इसी से हुआ करेगा।”—निर्गमन 3:15.
खुद यीशु ने परमेश्वर के नाम का इस्तेमाल किया था, जिसके बारे में उसकी इस प्रार्थना से पता चलता है: “मैं ने तेरा नाम उन को बताया और बताता रहूंगा।” और जानी-मानी प्रार्थना यानी प्रभु की प्रार्थना में भी यीशु ने कहा: “हे हमारे पिता, तू जो स्वर्ग में है; तेरा नाम पवित्र माना जाए।” —यूहन्ना 17:26; मत्ती 6:9.
पोप बेनडिक्ट सोलहवें ने अपनी हाल की एक किताब नासरत का यीशु (अँग्रेज़ी), में परमेश्वर के नाम के इस्तेमाल के बारे में जो कहा, उससे शायद आप हैरान रह जाएँ। उसने कहा: “परमेश्वर का नाम, जिसे उसने खुद बताया था और जो य ह व ह से जाना जाता है, अगर इस्राएलियों ने उस नाम का इस्तेमाल करने से इनकार किया तो बिलकुल ठीक किया। क्योंकि इस तरह वे परमेश्वर के नाम और झूठे देवी-देवताओं के नाम में फर्क दिखाकर परमेश्वर के नाम को अहमियत देना चाहते थे। इसलिए हाल के बाइबल अनुवादकों ने परमेश्वर के नाम का इस्तेमाल करके भारी गलती की है। यह नाम इस्राएलियों के लिए रहस्यमयी था और वे मानते थे कि इसे ज़ुबान पर लाना सही नहीं है, मानो कि वह कोई मामूली नाम हो।”
आपको क्या लगता है? क्या परमेश्वर के नाम का उच्चारण करना गलत है? अगर खुद यहोवा कहता है: “देख, सदा तक मेरा नाम यही रहेगा, और पीढ़ी पीढ़ी में मेरा स्मरण इसी से हुआ करेगा,” तो उसकी इस आज्ञा के खिलाफ जानेवाले हम कौन होते हैं? (w08 7/1)
[पेज 26 पर तसवीर]
यीशु ने प्रार्थना में परमेश्वर का नाम इस्तेमाल किया