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  • 2014 प्रहरीदुर्ग की विषय-सूची

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  • 2014 प्रहरीदुर्ग की विषय-सूची
  • प्रहरीदुर्ग यहोवा के राज्य की घोषणा करता है—2014
प्रहरीदुर्ग यहोवा के राज्य की घोषणा करता है—2014
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2014 प्रहरीदुर्ग की विषय-सूची

जिस अंक में लेख आया है, उसकी तारीख दी गयी है

अध्ययन लेख

  • “अपना मन स्वर्ग की बातों पर ही लगाए रखो,” 10/15

  • अपने बीच बुज़ुर्गों का आदर कीजिए, 3/15

  • ‘अब तुम परमेश्‍वर के लोग हो,’ 11/15

  • आपको जो मिला है, क्या आप उसकी कदर करते हैं? 12/15

  • इस मिटती दुनिया के विनाश का मिलकर सामना करना, 12/15

  • कोई भी दो मालिकों की सेवा नहीं कर सकता, 4/15

  • क्या आप “अदृश्‍य परमेश्‍वर” को देख सकते हैं? 4/15

  • क्या आप इंसानों की कमज़ोरियों को यहोवा की नज़र से देखते हैं? 6/15

  • क्या आप यहोवा की प्यार-भरी परवाह के लिए शुक्रगुज़ार हैं? 4/15

  • क्या आप यहोवा के संगठन के साथ-साथ आगे बढ़ रहे हैं? 5/15

  • क्या आप ‘शास्त्रों का मतलब समझते’ हैं? 12/15

  • क्या आपको यकीन है कि आपके पास सच्चाई है? क्यों? 9/15

  • खुद के बारे में सही नज़रिया कैसे बनाए रखें, 3/15

  • जवानी में बुद्धिमानी से फैसले लीजिए, 1/15

  • “तुझे अपने पड़ोसी से वैसे ही प्यार करना है जैसे तू खुद से करता है,” 6/15

  • ‘तुझे अपने परमेश्‍वर यहोवा से प्यार करना है,’ 6/15

  • ‘तुम मेरे बारे में गवाही दोगे,’ 7/15

  • “तुम मेरे साक्षी हो,” 7/15

  • तुम “याजकों का राज्य” ठहरोगे, 10/15

  • “तेरा राज आए”—मगर कब? 1/15

  • त्याग की भावना कैसे बनाए रखें, 3/15

  • दूसरों को अपनी काबिलीयतों का पूरा-पूरा इस्तेमाल करने में मदद दीजिए, 6/15

  • परमेश्‍वर के राज पर अटूट विश्‍वास रखिए, 10/15

  • परमेश्‍वर के वचन का इस्तेमाल कीजिए—यह जीवित है! 8/15

  • पूरे समय की सेवा करनेवालों की मदद कीजिए, 9/15

  • प्रचार करते वक्‍त सुनहरे नियम पर अमल कीजिए, 5/15

  • ‘बहुत तकलीफों’ के बावजूद वफादारी से परमेश्‍वर की सेवा कीजिए, 9/15

  • बुज़ुर्ग माता-पिता की देखभाल करना, 3/15

  • महान राजा, मसीह की महिमा कीजिए! 2/15

  • माता-पिताओ—अपने बच्चों की चरवाही कीजिए, 9/15

  • मूसा के विश्‍वास की मिसाल पर चलिए, 4/15

  • मेम्ने की शादी पर खुशियाँ मनाइए! 2/15

  • “यहोवा उन्हें जानता है जो उसके अपने हैं,” 7/15

  • यहोवा की आवाज़ सुनिए, फिर चाहे आप जहाँ भी हों, 8/15

  • यहोवा के मकसद में स्त्रियों की क्या भूमिका है? 8/15

  • यहोवा के लोग “बुराई को त्याग” देते हैं, 7/15

  • यहोवा के साथ काम करने के सम्मान को अनमोल समझिए! 10/15

  • यहोवा संगठित तरीके से काम करनेवाला परमेश्‍वर है, 5/15

  • यहोवा—हमारा सबसे अच्छा दोस्त, 2/15

  • यहोवा—हमारी ज़रूरतें पूरी करनेवाला और हिफाज़त करनेवाला परमेश्‍वर, 2/15

  • यहोवा हमारे करीब कैसे आता है? 8/15

  • यीशु का पुनरुत्थान हमारे लिए क्या मायने रखता है, 11/15

  • यीशु के राज के 100 साल पूरे हो चुके हैं! 1/15

  • युग-युग के राजा यहोवा की उपासना कीजिए, 1/15

  • विपत्ति के दिन आने से पहले यहोवा की सेवा कीजिए, 1/15

  • ‘वे लोग जिनका परमेश्‍वर यहोवा है,’ 11/15

  • सबसे आखिरी दुश्‍मन, मौत को मिटा दिया जाएगा, 9/15

  • “सुनो और इसके मायने समझो,” 12/15

  • हमें अपने सारे चालचलन में पवित्र होना चाहिए, 11/15

  • हमें पवित्र क्यों होना चाहिए, 11/15

  • हमें “हर एक को” कैसे “जवाब” देना चाहिए? 5/15

  • हिम्मत रखिए—यहोवा आपका मददगार है! 4/15

आपने पूछा

  • दो गवाह कौन हैं? (प्रका 11:3-12), 11/15

  • धरती पर पुनरुत्थान होनेवाले “शादी नहीं करेंगे और पति या पत्नी नहीं बनेंगे”? (लूका 20:34-36), 8/15

  • प्राचीनों, सहायक सेवकों को कैसे ठहराया जाता है? 11/15

  • यहूदी मसीहा की “बड़ी आस लगाए” हुए? (लूका 3:15), 2/15

  • यहोवा मसीही को खाने की कमी होने देगा? (भज 37:25; मत्ती 6:33), 9/15

  • राहेल का बेटों के लिए रोना? (यिर्म 31:15), 12/15

  • लाश को जलाना सही होगा? 6/15

जीवन कहानियाँ

  • एक पिता को खोया, एक पिता को पाया (जी. लोश), 7/15

  • कमज़ोरियों में भी ताकत (एम. मॉरलॉन्स), 4/1

  • पूरे समय की सेवा मुझे कहाँ ले गयी (आर. वॉलन), 4/15

  • यहोवा ने मेरी मदद की (के. लिटिल), 5/15

  • राज के कामों में बितायी मेरी ज़िंदगी की खास घटनाएँ (एम. ओल्सन), 10/15

ज़िंदगी सँवार देती है बाइबल

  • फिरदौस की आशा से ज़िंदगी बदल गयी! (आइ. वीगुलिस), 4/1

  • मैं बिना बंदूक के कहीं नहीं जाता था (ए. लुगॉरॉ), 10/1

  • ‘लोग मुझसे नफरत करते थे’ (डब्ल्यू. मोया), 1/1

  • हर सवाल का जवाब बाइबल से दिया (आइ. लॉमेलो), 7/1

मसीही जीवन और गुण

  • अविश्‍वासी रिश्‍तेदार, 3/15

  • कदमों को बहकने से रोक, 7/1

  • क्या आप ‘आगे बढ़’ रहे हैं? 9/15

  • क्या आपको अपना मन बदलना चाहिए? 12/15

  • ‘खाना यह है कि मैं परमेश्‍वर की मरज़ी पूरी करूँ,’ 5/15

  • खुशी-खुशी देने का जज़्बा, 12/15

  • तरक्की करने के लिए ‘मार्ग [समतल] कर,’ 6/15

  • तलाकशुदा भाई-बहनों की मदद कीजिए, 6/15

  • ‘पश्‍चाताप कर लौट आ और भाइयों को मज़बूत कर,’ 8/15

  • पारिवारिक उपासना, 3/15

  • बिना बहस किए किशोर से बातचीत, 1/1

  • ‘सही वक्‍त पर खाना’ मिल रहा है, 8/15

  • ‘हाँ का मतलब न’? 3/15

यहोवा

  • अदृश्‍य परमेश्‍वर को देख सकते हैं? 10/1

  • क्यों ताकतवर लोगों को कमज़ोरों पर ज़ुल्म करने देता, 4/1

  • खुशी-खुशी देने के जज़्बे पर आशीष देता है, 12/15

  • नाइंसाफी के बारे में कैसा महसूस? 4/1

  • परमेश्‍वर को किसने बनाया? 10/1

  • ‘यहोवा की मनोहरता’ (भज 27:4), 2/15

  • शख्स, 4/1

  • ‘सबकुछ नया बना रहा हूँ,’ 1/1

  • हमें परमेश्‍वर की ज़रूरत क्यों? 1/1

यहोवा के साक्षी

  • उगते सूरज के देश में सच्चाई की रोशनी चमकी (जापान), 11/15

  • ‘कटाई का और भी काम’ (ब्राज़ील), 5/15

  • खुद को ताईवान में पेश किया, 10/15

  • खुद को पश्‍चिम अफ्रीका में पेश किया, 1/15

  • खुद को माइक्रोनेशिया में पेश किया, 7/15

  • बचपन में मैंने जो फैसला किया, 1/15

  • यूरेका ड्रामा, 8/15

  • विश्‍वास बढ़ानेवाली 100 साल पुरानी फिल्म (फोटो-ड्रामा), 2/15

  • वे “राह जानते” थे (जी. पीयर्स), 12/15

विविध

  • अच्छे लोगों के साथ बुरा क्यों? 10/1

  • कपड़े फाड़ना, 4/15

  • कौन दुनिया पर हुकूमत कर रहा है? 7/1

  • तलवार जैसे दुख के ज़ख्म सह पायी (मरियम), 7/1

  • दोबारा ज़िंदा किया जाना, 1/1

  • प्रार्थना क्यों करें? किस तरह करें? 10/1

  • बच्चों को अनुशासन कैसे? 10/1

  • मरे हुओं के लिए आशा, 4/1

  • मौत से सबकुछ खत्म? 4/1

  • रंगों का आप पर असर, 1/1

  • सारपत की विधवा, 2/15

  • सिगरेट कैसे देखता है परमेश्‍वर इसे? 7/1

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