11 मगर बैल की खाल, उसका पूरा गोश्त, सिर, पाए, अंतड़ियाँ और गोबर,+12 यह सब छावनी के बाहर एक साफ जगह पर ले जाना चाहिए जहाँ राख* फेंकी जाती है। वहाँ पर वह इन सारी चीज़ों को जलती लकड़ियों पर रखकर जला देगा।+ यह सब राख फेंकने की जगह पर ही जला देना चाहिए।
10 सुबह होने पर याजक मलमल से बनी, याजक की पोशाक+ और मलमल का जाँघिया पहनकर तैयार होगा।+ फिर वह वेदी के पास आकर होम-बलि की राख* उठाएगा+ और उसे वेदी के एक तरफ रखेगा।