2 फिर हिजकियाह ने याजकों और लेवियों को उनके अपने-अपने दल के मुताबिक सेवा के लिए ठहराया।+ हर याजक और लेवी को उसके लिए ठहरायी गयी सेवा सौंपी।+ उनका काम था होम-बलियाँ और शांति-बलियाँ चढ़ाना, भवन में सेवा करना और यहोवा के भवन के आँगनों के फाटकों के पास उसका शुक्रिया अदा करना और उसकी तारीफ करना।+