31 तुम्हारा परमेश्वर यहोवा एक दयालु परमेश्वर है।+ वह तुम्हें कभी नहीं त्यागेगा, न ही तुम्हें मिटने देगा। उसने शपथ खाकर तुम्हारे पुरखों के साथ जो करार किया था, उसे वह हरगिज़ नहीं भूलेगा।+
5 तुम्हारे जीने का तरीका दिखाए कि तुम्हें पैसे से प्यार नहीं+ और जो कुछ तुम्हारे पास है उसी में संतोष करो।+ क्योंकि परमेश्वर ने कहा है, “मैं तुझे कभी नहीं छोड़ूँगा, न कभी त्यागूँगा।”+