31 मैं लाल सागर से पलिश्तियों के सागर तक और वीराने से महानदी* तक तुम्हारे लिए सरहद ठहराऊँगा।+ मैं उस देश के निवासियों को तुम्हारे हाथ में कर दूँगा और तुम उन्हें अपने सामने से खदेड़ दोगे।+
5 कि तुम उन्हें किसी भी तरह नहीं भड़काओगे क्योंकि मैं उनके देश का कोई भी इलाका तुम्हें नहीं दूँगा, उनकी ज़मीन में से पाँव धरने भर की भी जगह नहीं दूँगा। मैंने सेईर का पहाड़ी इलाका एसाव के अधिकार में कर दिया है।+
19 जब तुम अम्मोनियों के इलाके के पास पहुँचोगे तो उन्हें न तो सताना, न ही भड़काना क्योंकि उनके देश का कोई भी इलाका मैं तुम्हें नहीं दूँगा। मैंने वह इलाका लूत के उन वंशजों के अधिकार में कर दिया है।+