13 हरेक पहलौठा मेरा है।+ जिस दिन मैंने मिस्र देश में सभी पहलौठों को मार डाला था,+ उसी दिन मैंने इसराएल के हर पहलौठे को अपने लिए अलग ठहराया था, चाहे इंसान के पहलौठे हों या जानवर के।+ सभी पहलौठे मेरे होंगे। मैं यहोवा हूँ।”
15 इंसानों और जानवरों का हर पहलौठा+ जिसे वे लाकर यहोवा को अर्पित करेंगे, तेरा होगा। लेकिन तू इंसानों में से हर पहलौठे को ज़रूर छुड़ाना।+ तुझे अशुद्ध जानवरों के पहलौठों को भी छुड़ाना होगा।+
17 सिर्फ पहलौठे बैल या पहलौठे नर मेम्ने या पहलौठे बकरे को तुझे नहीं छुड़ाना चाहिए।+ इन जानवरों को पवित्र माना जाए। तू इनका खून वेदी पर छिड़कना+ और इनकी चरबी आग में जलाकर यहोवा को अर्पित करना ताकि इसका धुआँ उठे और इसकी सुगंध पाकर वह खुश हो।+