32 लिआ गर्भवती हुई और उसने एक बेटे को जन्म दिया। उसने यह कहकर उसका नाम रूबेन*+ रखा कि “यहोवा ने मेरे मन की तड़प देखी है,+ अब मेरा पति ज़रूर मुझसे प्यार करने लगेगा।”
7 फिर यहोवा ने उससे कहा, “मैंने बेशक देखा है कि मिस्र में मेरे लोग कितनी दुख-तकलीफें झेल रहे हैं। मैंने उनका रोना-बिलखना सुना है क्योंकि मिस्र में उनसे जबरन मज़दूरी करवायी जा रही है। मैं अपने लोगों का दुख अच्छी तरह समझ सकता हूँ।+