25 जो वफादार रहता है उसके साथ तू वफादारी निभाता है,+
जो सीधा है उसके साथ तू सीधाई से पेश आता है,+
26 जो खुद को शुद्ध बनाए रखता है उसे तू दिखाएगा कि तू शुद्ध है,+
मगर जो टेढ़ी चाल चलता है उसके साथ तू होशियारी से काम लेता है।+
27 क्योंकि तू दीनों को बचाता है,+
लेकिन मगरूरों को नीचे गिराता है।+
28 हे यहोवा, तू ही मेरा दीपक जलाता है,
मेरा परमेश्वर, जो मेरे अँधेरे को उजाला करता है।+
29 तेरी मदद से मैं लुटेरे-दल का मुकाबला कर सकता हूँ,+
परमेश्वर की ताकत से मैं दीवार लाँघ सकता हूँ।+
30 सच्चे परमेश्वर का काम खरा है,+
यहोवा का वचन पूरी तरह शुद्ध है।+
वह उसकी पनाह लेनेवालों के लिए एक ढाल है।+