18 मगर नाश के लायक ठहरायी चीज़ों से तुम दूर रहना।+ कहीं ऐसा न हो कि तुम उनका लालच करने लगो और उनमें से कुछ ले लो।+ अगर तुमने ऐसा किया तो इसराएल की छावनी नाश के लायक ठहरेगी और हम पर आफत आ पड़ेगी।*+
20 याद है, जब जेरह के बेटे आकान+ ने नाश के लायक ठहरायी चीज़ें चुराकर आज्ञा तोड़ी, तो परमेश्वर का क्रोध इसराएल की पूरी मंडली पर कितना भड़क उठा था।+ उसके गुनाह की वजह से न सिर्फ उसे बल्कि दूसरों को भी अपनी जान गँवानी पड़ी।”+