“हे यहोवा, हमारे पुरखों के परमेश्वर, क्या स्वर्ग में तू ही परमेश्वर नहीं है?+ क्या राष्ट्रों के सब राज्यों पर तेरा ही अधिकार नहीं है?+ तेरे हाथ में शक्ति और ताकत है और कोई तेरे खिलाफ खड़ा नहीं हो सकता।+
2 इसके बाद पवित्र शक्ति फौरन मुझ पर उतरी और मैंने स्वर्ग में एक राजगद्दी देखी और उस पर कोई बैठा हुआ था।+3 और जो बैठा था उसका रूप यशब और माणिक्य* जैसा था+ और उसकी राजगद्दी के चारों तरफ एक मेघ-धनुष था जो दिखने में पन्ने जैसा था।+