2 मगर अब इन दिनों के आखिर में उसने हमसे अपने बेटे के ज़रिए बात की है,+ जिसे उसने सब चीज़ों का वारिस ठहराया+ और जिसके ज़रिए उसने दुनिया की व्यवस्थाएँ* बनायीं।+
15 सातवें स्वर्गदूत ने अपनी तुरही फूँकी।+ और स्वर्ग में ज़ोरदार आवाज़ें सुनायी दीं जो कह रही थीं, “दुनिया का राज अब हमारे मालिक+ और उसके मसीह का हो गया है+ और वह हमेशा-हमेशा तक राजा बनकर राज करेगा।”+