13 हे यहोवा, मुझ पर कृपा कर,
तू जो मुझे मौत के फाटकों से उठाता है,+
मेरे दुख पर ध्यान दे जो दुश्मन मुझे दे रहे हैं
14 ताकि मैं सिय्योन की बेटी के फाटकों के पास
तेरे उन कामों का ऐलान करूँ जो तारीफ के काबिल हैं,+
तू जो उद्धार दिलाता है उससे मगन होऊँ।+