18 इसलिए मैं जो रच रहा हूँ, उस पर सदा खुशी मनाओ और मगन हो।
देखो! मैं यरूशलेम को रच रहा हूँ कि वह खुशी का कारण ठहरे
और उसके लोगों को भी कि वे मगन होने का कारण बनें।+
19 मैं यरूशलेम के लिए खुशियाँ मनाऊँगा, अपने लोगों के लिए मगन होऊँगा,+
फिर कभी उस नगरी में न रोने की आवाज़ सुनायी देगी न दर्द-भरी पुकार।”+