8 यहोवा कहता है,
“मंज़ूरी पाने के वक्त मैंने तेरी सुनी और तुझे जवाब दिया,+
उद्धार के दिन तेरी मदद की।+
मैं तेरी हिफाज़त करता रहा कि तू मेरे और लोगों के बीच करार ठहरे,+
देश को दोबारा बसाए,
मेरे लोगों को उनकी विरासत की ज़मीन वापस दिलाए, जो उजाड़ पड़ी है,+
9 कैदियों से कहे, ‘बाहर आओ!’+
और अंधकार में पड़े लोगों+ से कहे, ‘उजाले में आओ!’
मार्ग के किनारे वे खाएँगे,
आने-जानेवाले रास्तों के किनारे उनके चरागाह होंगे।