31 क्योंकि उसने एक दिन तय किया है जब वह सच्चाई से सारी दुनिया का न्याय करेगा+ और इसके लिए उसने एक आदमी को ठहराया है। और सब इंसानों को इस बात का पक्का यकीन दिलाने* के लिए परमेश्वर ने उसे मरे हुओं में से ज़िंदा किया है।”+
5 मगर तू ढीठ हो चुका है और तेरा दिल पश्चाताप करने को तैयार नहीं। इस तरह तू परमेश्वर के क्रोध के उस दिन के लिए क्रोध जमा कर रहा है, जब वह अपने नेक स्तरों के मुताबिक न्याय करेगा।+6 वह हरेक को उसके कामों के हिसाब से बदला देगा।+