15 होरेब में जब यहोवा ने तुमसे आग के बीच से बात की, तो उस वक्त तुमने उसका कोई रूप नहीं देखा था। इसलिए तुम खुद पर कड़ी नज़र रखो 16 कि तुम पूजा के लिए कोई मूरत बनाकर भ्रष्ट न हो जाओ। तुम किसी के भी रूप की मूरत नहीं बनाओगे, न आदमी की न औरत की,+
29 हम परमेश्वर के बच्चे हैं+ इसलिए हमें यह नहीं सोचना चाहिए कि परमेश्वर सोने या चाँदी या पत्थर जैसा है, या इंसान की कल्पना और कला से गढ़ी गयी किसी चीज़ जैसा है।+