विलापगीत 2:11 पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद 11 आँसू बहाते-बहाते मेरी आँखें थक गयी हैं।+ मेरे अंदर* मरोड़ पड़ रही है। मेरे लोगों की बेटी* गिर गयी है,नन्हे-मुन्ने और दूध-पीते बच्चे कसबे के चौकों पर बेहोश हो रहे हैं,+इस वजह से मेरा कलेजा ज़मीन पर उँडेल दिया गया है।+
11 आँसू बहाते-बहाते मेरी आँखें थक गयी हैं।+ मेरे अंदर* मरोड़ पड़ रही है। मेरे लोगों की बेटी* गिर गयी है,नन्हे-मुन्ने और दूध-पीते बच्चे कसबे के चौकों पर बेहोश हो रहे हैं,+इस वजह से मेरा कलेजा ज़मीन पर उँडेल दिया गया है।+