व्यवस्थाविवरण 32:21 पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद 21 जो ईश्वर है ही नहीं उसे मानकर उन्होंने मेरा क्रोध भड़काया,+अपनी निकम्मी मूरतों को पूजकर मुझे गुस्सा दिलाया।+ इसलिए मैं भी ऐसे लोगों के ज़रिए उन्हें जलन दिलाऊँगा जिन्हें कुछ नहीं समझा जाता,+एक मूर्ख जाति के ज़रिए उन्हें गुस्सा दिलाऊँगा।+
21 जो ईश्वर है ही नहीं उसे मानकर उन्होंने मेरा क्रोध भड़काया,+अपनी निकम्मी मूरतों को पूजकर मुझे गुस्सा दिलाया।+ इसलिए मैं भी ऐसे लोगों के ज़रिए उन्हें जलन दिलाऊँगा जिन्हें कुछ नहीं समझा जाता,+एक मूर्ख जाति के ज़रिए उन्हें गुस्सा दिलाऊँगा।+