15 उन दिनों और उस समय मैं दाविद के वंश से एक नेक अंकुर* उगाऊँगा+ और वह देश में न्याय करेगा।+16 उस वक्त यहूदा बचाया जाएगा+ और यरूशलेम नगरी महफूज़ बसी रहेगी।+ और वह इस नाम से कहलायी जाएगी, “यहोवा हमारी नेकी है।”’”+
8 ‘हे महायाजक यहोशू, तू और तेरे साथी जो तेरे सामने बैठते हैं, तुम लोग भविष्य के लिए एक निशानी हो। मेहरबानी करके मेरी बात पर ध्यान दो: देखो! मैं अपने सेवक को ला रहा हूँ,+ जो अंकुर कहलाएगा।+