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  • यशायाह 11:1
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
    • 11 यिशै के ठूँठ से एक टहनी उगेगी,+

      उसकी जड़ों से एक अंकुर फूटेगा+ जो फलेगा-फूलेगा।

  • यशायाह 53:2
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
    •  2 वह टहनी की तरह उसके* सामने उगेगा,+ सूखी ज़मीन में जड़ की तरह फैलेगा।

      जब हम उसे देखते हैं, तो उसमें कोई सुंदरता, कोई शान नज़र नहीं आती,+

      न उसके रूप में ऐसी खासियत है कि हम उसकी तरफ खिंचे चले जाएँ।

  • यिर्मयाह 33:15, 16
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
    • 15 उन दिनों और उस समय मैं दाविद के वंश से एक नेक अंकुर* उगाऊँगा+ और वह देश में न्याय करेगा।+ 16 उस वक्‍त यहूदा बचाया जाएगा+ और यरूशलेम नगरी महफूज़ बसी रहेगी।+ और वह इस नाम से कहलायी जाएगी, “यहोवा हमारी नेकी है।”’”+

  • जकरयाह 3:8
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
    • 8 ‘हे महायाजक यहोशू, तू और तेरे साथी जो तेरे सामने बैठते हैं, तुम लोग भविष्य के लिए एक निशानी हो। मेहरबानी करके मेरी बात पर ध्यान दो: देखो! मैं अपने सेवक को ला रहा हूँ,+ जो अंकुर कहलाएगा।+

  • मत्ती 2:23
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
    • 23 वह आकर नासरत+ नाम के शहर में बस गया। इससे ये शब्द पूरे हुए जो भविष्यवक्‍ताओं से कहलवाए गए थे, “वह एक नासरी* कहलाएगा।”+

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