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  • यशायाह 11:1
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
    • 11 यिशै के ठूँठ से एक टहनी उगेगी,+

      उसकी जड़ों से एक अंकुर फूटेगा+ जो फलेगा-फूलेगा।

  • यशायाह 53:2
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
    •  2 वह टहनी की तरह उसके* सामने उगेगा,+ सूखी ज़मीन में जड़ की तरह फैलेगा।

      जब हम उसे देखते हैं, तो उसमें कोई सुंदरता, कोई शान नज़र नहीं आती,+

      न उसके रूप में ऐसी खासियत है कि हम उसकी तरफ खिंचे चले जाएँ।

  • यशायाह 53:11
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
    • 11 उसने जो पीड़ाएँ सहीं, उन्हें देखकर उसे संतोष मिलेगा।

      मेरा नेक जन, मेरा सेवक+ अपने ज्ञान से,

      कई लोगों की मदद करेगा कि वे नेक ठहरें।+

      वह उनके गुनाह अपने ऊपर ले लेगा।+

  • यिर्मयाह 23:5
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
    • 5 यहोवा ऐलान करता है, “देख, वे दिन आ रहे हैं जब मैं दाविद के वंश से एक नेक अंकुर* उगाऊँगा।+ वह राजा बनकर राज करेगा+ और अंदरूनी समझ से काम लेगा। वह देश में न्याय करेगा।+

  • यिर्मयाह 33:15
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
    • 15 उन दिनों और उस समय मैं दाविद के वंश से एक नेक अंकुर* उगाऊँगा+ और वह देश में न्याय करेगा।+

  • जकरयाह 6:12
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
    • 12 और उससे कहना,

      ‘सेनाओं का परमेश्‍वर यहोवा कहता है, “यह वह आदमी है जो अंकुर कहलाएगा।+ यह अंकुर अपनी जगह से फूटेगा और यहोवा का मंदिर बनाएगा।+

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