यशायाह 58:6, 7 पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद 6 नहीं! मैं जो उपवास चाहता हूँ वह यह है कि तुम अन्याय की बेड़ियाँ तोड़ दो,जुए के बंधन खोल दो,+ज़ुल्म सहनेवालों को रिहा करो,+हर जुए के दो टुकड़े कर दो। 7 अपनी रोटी भूखों के साथ बाँटो,+गरीब और बेघर लोगों को अपने घर में पनाह दो,किसी को नंगा देखकर उसे तन ढकने के लिए कपड़े दो,+अपने जाति भाइयों से मुँह मत मोड़ो। याकूब 2:15, 16 पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद 15 अगर किसी भाई या बहन के पास कपड़े न हों और दो वक्त की रोटी भी न हो 16 और तुममें से कोई उससे कहे, “सलामत रहो, तुझे खाने-पहनने की कोई कमी न हो।” मगर तुम उसे कपड़ा और रोटी न दो तो इसका क्या फायदा?+
6 नहीं! मैं जो उपवास चाहता हूँ वह यह है कि तुम अन्याय की बेड़ियाँ तोड़ दो,जुए के बंधन खोल दो,+ज़ुल्म सहनेवालों को रिहा करो,+हर जुए के दो टुकड़े कर दो। 7 अपनी रोटी भूखों के साथ बाँटो,+गरीब और बेघर लोगों को अपने घर में पनाह दो,किसी को नंगा देखकर उसे तन ढकने के लिए कपड़े दो,+अपने जाति भाइयों से मुँह मत मोड़ो।
15 अगर किसी भाई या बहन के पास कपड़े न हों और दो वक्त की रोटी भी न हो 16 और तुममें से कोई उससे कहे, “सलामत रहो, तुझे खाने-पहनने की कोई कमी न हो।” मगर तुम उसे कपड़ा और रोटी न दो तो इसका क्या फायदा?+