9 मैं दर्शन देख ही रहा था कि राजगद्दियाँ रखी गयीं और ‘अति प्राचीन’+ अपनी राजगद्दी पर विराजमान हुआ।+ उसकी पोशाक बर्फ जैसी उजली थी+ और उसके सिर के बाल ऊन जैसे सफेद थे। उसकी राजगद्दी आग की ज्वाला थी और राजगद्दी के पहिए धधकती आग थे।+
13 मैंने रात के दर्शनों में आगे देखा कि इंसान के बेटे+ जैसा कोई आकाश के बादलों के साथ आ रहा है! उसे ‘अति प्राचीन’+ के पास जाने की इजाज़त दी गयी और वे उसे उसके सामने ले गए।