26 जो इंसान परमेश्वर को खुश करता है उसे वह बुद्धि, ज्ञान और खुशी देता है।+ लेकिन पापी को वह बटोरने का काम देता है ताकि उसकी बटोरी हुई चीज़ें उस इंसान को मिलें, जो सच्चे परमेश्वर को खुश करता है।+ यह भी व्यर्थ है और हवा को पकड़ने जैसा है।
5 इसलिए अगर तुममें से किसी को बुद्धि की कमी हो तो वह परमेश्वर से माँगता रहे+ और वह उसे दी जाएगी,+ क्योंकि परमेश्वर सबको उदारता से और बिना डाँटे-फटकारे* देता है।+