17 मगर उसने सीधे उनकी तरफ देखकर कहा, “फिर यह जो बात लिखी है इसका क्या मतलब है, ‘जिस पत्थर को राजमिस्त्रियों ने ठुकरा दिया, वही कोने का मुख्य पत्थर बन गया है’?+
33 जैसा लिखा भी है, “देख! मैं सिय्योन में ठोकर खिलानेवाला पत्थर+ और ठेस पहुँचानेवाली चट्टान रखता हूँ, मगर जो उस पर विश्वास करता है वह निराश नहीं होगा।”+
7 वह तुम्हारे लिए बेशकीमती है क्योंकि तुम विश्वासी हो। मगर अविश्वासियों के बारे में शास्त्र कहता है, “जिस पत्थर को राजमिस्त्रियों ने ठुकरा दिया,+ वही कोने का मुख्य पत्थर बन गया है”+