5 धीरज और दिलासा देनेवाला परमेश्वर तुम्हें ऐसी आशीष दे कि तुम्हारी सोच और तुम्हारा नज़रिया मसीह यीशु जैसा हो 6 ताकि तुम सब एकता में रहकर+ और एक आवाज़ में* हमारे प्रभु यीशु मसीह के परमेश्वर और पिता की महिमा करो।
11 अब आखिर में भाइयो, मैं तुमसे कहता हूँ कि तुम खुशी मनाते रहो, सुधार करते रहो, दिलासा पाते रहो,+ एक जैसी सोच रखो+ और शांति से रहो।+ तब प्यार और शांति का परमेश्वर+ तुम्हारे साथ रहेगा।