वॉचटावर ऑनलाइन लाइब्रेरी
वॉचटावर
ऑनलाइन लाइब्रेरी
हिंदी
  • बाइबल
  • प्रकाशन
  • सभाएँ
  • यूहन्‍ना 17
  • पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद

इस भाग के लिए कोई वीडियो नहीं है।

माफ कीजिए, वीडियो डाउनलोड नहीं हो पा रहा है।

यूहन्‍ना का सारांश

      • प्रेषितों के साथ यीशु की आखिरी प्रार्थना (1-26)

        • हमेशा की ज़िंदगी के लिए परमेश्‍वर को जानना ज़रूरी (3)

        • मसीही दुनिया के नहीं (14-16)

        • “तेरा वचन सच्चा है” (17)

        • ‘मैंने तेरा नाम बताया है’ (26)

यूहन्‍ना 17:1

संबंधित आयतें

  • +यूह 12:23; 13:31, 32

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    यीशु—राह, पेज 280

    प्रहरीदुर्ग,

    10/15/2013, पेज 27

यूहन्‍ना 17:2

संबंधित आयतें

  • +फिल 2:9, 10
  • +यूह 6:37
  • +यूह 4:14; 6:27

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    यीशु—राह, पेज 280

    प्रहरीदुर्ग,

    10/15/2013, पेज 27

यूहन्‍ना 17:3

फुटनोट

  • *

    या “ज्ञान लेते रहें।”

संबंधित आयतें

  • +लूक 10:25-28
  • +इफ 4:11, 13; 2पत 3:18; 1यूह 5:20

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    प्रहरीदुर्ग (अध्ययन),

    3/2023, पेज 9-10

    प्रहरीदुर्ग (अध्ययन),

    4/2021, पेज 4-5

    प्रहरीदुर्ग (जनता के लिए),

    अंक 2 2021 पेज 10-12

    खुशी से जीएँ हमेशा के लिए!, पाठ 23

    प्रहरीदुर्ग (जनता के लिए),

    अंक 2 2017, पेज 6-7

    प्रहरीदुर्ग,

    4/15/2015, पेज 21

    10/15/2013, पेज 27-28

    4/15/2005, पेज 4-7

    12/15/2002, पेज 8

    8/1/2001, पेज 10

    10/1/2000, पेज 23

    यीशु—राह, पेज 280

    महान शिक्षक, पेज 255

    सजग होइए!,

    3/8/1999, पेज 9

    ज्ञान, पेज 7-8, 170

यूहन्‍ना 17:4

संबंधित आयतें

  • +यूह 4:34
  • +यूह 13:31

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    मसीही ज़िंदगी और सेवा सभा पुस्तिका,

    9/2018, पेज 6

यूहन्‍ना 17:5

संबंधित आयतें

  • +यूह 1:1; 8:58; कुल 1:15

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    यीशु—राह, पेज 280

    प्रहरीदुर्ग,

    10/15/2013, पेज 27

यूहन्‍ना 17:6

फुटनोट

  • *

    या “को बताया।”

संबंधित आयतें

  • +भज 22:22; प्रेष 15:14; इब्र 2:12

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    यीशु—राह, पेज 280

    प्रहरीदुर्ग,

    10/15/2013, पेज 28-29

    3/1/1991, पेज 16-17

    नयी दुनिया अनुवाद, पेज 2137

    “सम्पूर्ण पवित्रशास्त्र” (मत्ती-कुलु), पेज 4

    सर्वदा जीवित रहिए, पेज 184

यूहन्‍ना 17:8

संबंधित आयतें

  • +यूह 6:68; 8:28; 12:49; 14:10
  • +यूह 16:27
  • +यूह 16:30

यूहन्‍ना 17:9

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    यीशु—राह, पेज 280

यूहन्‍ना 17:10

संबंधित आयतें

  • +यूह 16:15

यूहन्‍ना 17:11

फुटनोट

  • *

    या “एकता में।”

  • *

    या “एकता में।”

संबंधित आयतें

  • +यूह 13:1
  • +1पत 1:5; यहू 24
  • +यूह 10:30; 17:21

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    यहोवा के करीब, पेज 110

    शुद्ध उपासना, पेज 135-136

यूहन्‍ना 17:12

संबंधित आयतें

  • +यूह 6:39; 10:28
  • +यूह 18:9
  • +मर 14:21
  • +भज 41:9; 109:8; प्रेष 1:20

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    यीशु—राह, पेज 280

    प्रहरीदुर्ग,

    5/1/2005, पेज 16

    3/1/1993, पेज 20

    सर्वदा जीवित रहिए, पेज 171

यूहन्‍ना 17:13

संबंधित आयतें

  • +यूह 15:11

यूहन्‍ना 17:14

संबंधित आयतें

  • +यूह 15:19; याकू 4:4

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    प्रहरीदुर्ग: सच्चे मसीही धर्म को कैसे पहचानें?,

    7/15/2005, पेज 29-30

    11/1/1997, पेज 8

    7/1/1993, पेज 9-14

    ज्ञान, पेज 123-126

    सर्वदा जीवित रहिए, पेज 187-189

यूहन्‍ना 17:15

फुटनोट

  • *

    शा., “उस दुष्ट।”

संबंधित आयतें

  • +मत 6:13; 2थि 3:3; 1यूह 5:18

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    प्रहरीदुर्ग (अध्ययन),

    7/2022, पेज 23

    शुद्ध उपासना, पेज 136

    प्रहरीदुर्ग,

    8/15/2004, पेज 17

    4/15/2003, पेज 13

    11/1/1997, पेज 8

    सजग होइए!,

    10/8/1997, पेज 22

यूहन्‍ना 17:16

संबंधित आयतें

  • +कुल 1:13
  • +यूह 18:36

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    खुशी से जीएँ हमेशा के लिए!, पाठ 45

    शुद्ध उपासना, पेज 135-136

    यीशु—राह, पेज 280

    प्रहरीदुर्ग,

    7/15/2005, पेज 29-30

    2/1/1989, पेज 12-13

    सजग होइए!,

    10/8/1997, पेज 22-23

    ज्ञान, पेज 49-50

    सर्वदा जीवित रहिए, पेज 212

यूहन्‍ना 17:17

संबंधित आयतें

  • +इफ 5:25, 26; 1थि 5:23; 2थि 2:13; 1पत 1:22
  • +भज 12:6; 119:151, 160

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    खुशी से जीएँ हमेशा के लिए!, पाठ 14

    प्रहरीदुर्ग (अध्ययन),

    11/2018, पेज 6

    यीशु—राह, पेज 280-281

    प्रहरीदुर्ग,

    10/15/2013, पेज 29

    7/1/2005, पेज 5

    3/1/2002, पेज 14

यूहन्‍ना 17:18

संबंधित आयतें

  • +यूह 20:21

यूहन्‍ना 17:21

संबंधित आयतें

  • +रोम 12:5; 1कुर 1:10; गल 3:28
  • +यूह 10:38; 14:10

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    प्रहरीदुर्ग (अध्ययन),

    6/2018, पेज 8

    प्रहरीदुर्ग,

    9/15/2015, पेज 6

    10/15/2013, पेज 29

    7/15/1996, पेज 11-12

    8/1/1986, पेज 19

    यीशु—राह, पेज 281

यूहन्‍ना 17:22

संबंधित आयतें

  • +यूह 14:20; 17:11; 1यूह 3:24

यूहन्‍ना 17:23

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    प्रहरीदुर्ग,

    10/15/2013, पेज 29-30

यूहन्‍ना 17:24

संबंधित आयतें

  • +लूक 22:28-30; 1थि 4:17
  • +यूह 17:5

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    यीशु—राह, पेज 281

    प्रहरीदुर्ग,

    10/15/2013, पेज 30

यूहन्‍ना 17:25

संबंधित आयतें

  • +यूह 8:55; 15:21
  • +मत 11:27

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    प्रहरीदुर्ग,

    10/15/2013, पेज 30

यूहन्‍ना 17:26

संबंधित आयतें

  • +मत 6:9; यूह 17:6
  • +यूह 15:9

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    प्रहरीदुर्ग (अध्ययन),

    2/2024, पेज 10

    खुशी से जीएँ हमेशा के लिए!, पाठ 17

    यीशु—राह, पेज 281

    नयी दुनिया अनुवाद, पेज 2137

    प्रहरीदुर्ग,

    10/1/2006, पेज 22-23

    3/1/1991, पेज 16-17

    “सम्पूर्ण पवित्रशास्त्र” (मत्ती-कुलु), पेज 4

दूसरें अनुवाद

मिलती-जुलती आयतें देखने के लिए किसी आयत पर क्लिक कीजिए।

दूसरी

यूह. 17:1यूह 12:23; 13:31, 32
यूह. 17:2फिल 2:9, 10
यूह. 17:2यूह 6:37
यूह. 17:2यूह 4:14; 6:27
यूह. 17:3लूक 10:25-28
यूह. 17:3इफ 4:11, 13; 2पत 3:18; 1यूह 5:20
यूह. 17:4यूह 4:34
यूह. 17:4यूह 13:31
यूह. 17:5यूह 1:1; 8:58; कुल 1:15
यूह. 17:6भज 22:22; प्रेष 15:14; इब्र 2:12
यूह. 17:8यूह 6:68; 8:28; 12:49; 14:10
यूह. 17:8यूह 16:27
यूह. 17:8यूह 16:30
यूह. 17:10यूह 16:15
यूह. 17:11यूह 13:1
यूह. 17:111पत 1:5; यहू 24
यूह. 17:11यूह 10:30; 17:21
यूह. 17:12यूह 6:39; 10:28
यूह. 17:12यूह 18:9
यूह. 17:12मर 14:21
यूह. 17:12भज 41:9; 109:8; प्रेष 1:20
यूह. 17:13यूह 15:11
यूह. 17:14यूह 15:19; याकू 4:4
यूह. 17:15मत 6:13; 2थि 3:3; 1यूह 5:18
यूह. 17:16कुल 1:13
यूह. 17:16यूह 18:36
यूह. 17:17इफ 5:25, 26; 1थि 5:23; 2थि 2:13; 1पत 1:22
यूह. 17:17भज 12:6; 119:151, 160
यूह. 17:18यूह 20:21
यूह. 17:21रोम 12:5; 1कुर 1:10; गल 3:28
यूह. 17:21यूह 10:38; 14:10
यूह. 17:22यूह 14:20; 17:11; 1यूह 3:24
यूह. 17:24लूक 22:28-30; 1थि 4:17
यूह. 17:24यूह 17:5
यूह. 17:25यूह 8:55; 15:21
यूह. 17:25मत 11:27
यूह. 17:26मत 6:9; यूह 17:6
यूह. 17:26यूह 15:9
  • पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
  • अध्ययन बाइबल (nwtsty) में पढ़िए
  • नयी दुनिया अनुवाद—मसीही यूनानी शास्त्र (bi7) में पढ़िए
  • 1
  • 2
  • 3
  • 4
  • 5
  • 6
  • 7
  • 8
  • 9
  • 10
  • 11
  • 12
  • 13
  • 14
  • 15
  • 16
  • 17
  • 18
  • 19
  • 20
  • 21
  • 22
  • 23
  • 24
  • 25
  • 26
पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
यूहन्‍ना 17:1-26

यूहन्‍ना के मुताबिक खुशखबरी

17 यीशु ने ये बातें कहने के बाद स्वर्ग की तरफ नज़रें उठायीं और कहा, “पिता, वह घड़ी आ गयी है। अपने बेटे की महिमा कर ताकि तेरा बेटा तेरी महिमा करे।+ 2 तूने उसे सब इंसानों पर अधिकार दिया है+ ताकि तूने उसे जितने लोग दिए हैं,+ उन सबको वह हमेशा की ज़िंदगी दे सके।+ 3 हमेशा की ज़िंदगी+ पाने के लिए ज़रूरी है कि वे तुझ एकमात्र सच्चे परमेश्‍वर को और यीशु मसीह को जिसे तूने भेजा है, जानें।*+ 4 जो काम तूने मुझे दिया है उसे पूरा करके+ मैंने धरती पर तेरी महिमा की है।+ 5 इसलिए अब हे पिता, मुझे अपने पास वह महिमा दे जो दुनिया की शुरूआत से पहले तेरे पास रहते हुए मुझे मिली थी।+

6 मैंने तेरा नाम उन लोगों पर ज़ाहिर किया* है जिन्हें तूने दुनिया में से मुझे दिया है।+ वे तेरे थे और तूने उन्हें मुझे दिया है और उन्होंने तेरा वचन माना है। 7 अब वे जान गए हैं कि जो कुछ तूने मुझे दिया है, वह सब तेरी तरफ से है। 8 क्योंकि जो बातें तूने मुझे बतायी हैं वे मैंने उन तक पहुँचायी हैं।+ उन्होंने ये बातें स्वीकार की हैं और वे पक्के तौर पर जान गए हैं कि मैं तेरी तरफ से आया हूँ+ और उन्होंने यकीन किया है कि तूने मुझे भेजा है।+ 9 मैं उनके लिए बिनती करता हूँ। मैं दुनिया के लिए बिनती नहीं करता, मगर उनके लिए करता हूँ जिन्हें तूने मुझे दिया है क्योंकि वे तेरे हैं। 10 और मेरा सबकुछ तेरा है और जो तेरा है वह मेरा है+ और उनके बीच मेरी महिमा हुई है।

11 यही नहीं, अब से मैं इस दुनिया में नहीं रहूँगा, मगर वे इसी दुनिया में रहेंगे+ और मैं तेरे पास आ रहा हूँ। हे पवित्र पिता, अपने नाम की खातिर जो तूने मुझे दिया है, उनकी देखभाल कर+ ताकि वे भी एक* हों जैसे हम एक* हैं।+ 12 जब मैं उनके साथ था, तो मैं तेरे नाम की खातिर जो तूने मुझे दिया है, उनकी देखभाल करता था।+ मैंने उनकी हिफाज़त की और उनमें से एक भी नाश नहीं हुआ,+ सिर्फ विनाश का बेटा नाश हुआ+ ताकि शास्त्र में लिखी बात पूरी हो।+ 13 मगर अब मैं तेरे पास आ रहा हूँ और ये बातें मैं दुनिया में रहते हुए इसलिए कह रहा हूँ ताकि जो खुशी मुझे मिली है वह उन्हें भी पूरी तरह मिले।+ 14 मैंने तेरा वचन उनके पास पहुँचा दिया है मगर दुनिया ने उनसे नफरत की है क्योंकि वे दुनिया के नहीं,+ ठीक जैसे मैं भी दुनिया का नहीं।

15 मैं तुझसे यह बिनती नहीं करता कि तू उन्हें दुनिया से निकाल ले मगर यह कि शैतान* की वजह से उनकी देखभाल कर।+ 16 वे दुनिया के नहीं हैं,+ ठीक जैसे मैं दुनिया का नहीं हूँ।+ 17 सच्चाई से उन्हें पवित्र कर।+ तेरा वचन सच्चा है।+ 18 ठीक जैसे तूने मुझे दुनिया में भेजा है, वैसे ही मैंने भी उन्हें दुनिया में भेजा है।+ 19 और मैं उनकी खातिर खुद को पवित्र करता हूँ ताकि वे भी सच्चाई से पवित्र किए जाएँ।

20 मैं सिर्फ इन्हीं के लिए बिनती नहीं करता, मगर उनके लिए भी करता हूँ जो इनकी बातें मानकर मुझ पर विश्‍वास करते हैं 21 ताकि वे सभी एक हो सकें।+ ठीक जैसे हे पिता, तू मेरे साथ एकता में है और मैं तेरे साथ एकता में हूँ,+ उसी तरह वे भी हमारे साथ एकता में हों ताकि दुनिया यकीन करे कि तूने मुझे भेजा है। 22 मैंने उन्हें वह महिमा दी है जो तूने मुझे दी थी ताकि वे भी एक हों ठीक जैसे हम एक हैं।+ 23 मैं उनके साथ एकता में हूँ और तू मेरे साथ एकता में है ताकि वे पूरी तरह से एक हों, जिससे दुनिया जाने कि तूने मुझे भेजा है और तूने उनसे भी प्यार किया है जैसे मुझसे किया है। 24 हे पिता, मैं चाहता हूँ कि जिन्हें तूने मुझे दिया है वे भी मेरे साथ वहाँ रहें जहाँ मैं रहूँगा+ ताकि वे मेरी महिमा देखें जो तूने मुझे दी है, क्योंकि तूने दुनिया की शुरूआत से भी पहले मुझसे प्यार किया।+ 25 हे सच्चे पिता, दुनिया वाकई तुझे नहीं जान पायी है+ मगर मैंने तुझे जाना है+ और ये भी जान गए हैं कि तूने मुझे भेजा है। 26 मैंने तेरा नाम उन्हें बताया है और आगे भी बताऊँगा+ ताकि जो प्यार तूने मुझसे किया, वह उनमें भी हो और मैं उनके साथ एकता में रहूँ।”+

हिंदी साहित्य (1972-2025)
लॉग-आउट
लॉग-इन
  • हिंदी
  • दूसरों को भेजें
  • पसंदीदा सेटिंग्स
  • Copyright © 2025 Watch Tower Bible and Tract Society of Pennsylvania
  • इस्तेमाल की शर्तें
  • गोपनीयता नीति
  • गोपनीयता सेटिंग्स
  • JW.ORG
  • लॉग-इन
दूसरों को भेजें