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  • मत्ती 8:24-27
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद (अध्ययन बाइबल)
    • 24 तब अचानक झील में ऐसी ज़ोरदार आँधी उठी कि लहरें नाव को ढकने लगीं मगर वह सो रहा था।+ 25 चेले उसके पास आए और यह कहकर उसे जगाने लगे, “प्रभु, हमें बचा, हम नाश होनेवाले हैं!” 26 मगर यीशु ने उनसे कहा, “अरे, कम विश्‍वास रखनेवालो, तुम क्यों इतना डर रहे हो?”*+ फिर उसने उठकर आँधी और लहरों को डाँटा और बड़ा सन्‍नाटा छा गया।+ 27 यह देखकर चेले हैरत में पड़ गए और कहने लगे, “आखिर यह आदमी कौन है कि आँधी और समुंदर तक इसका हुक्म मानते हैं?”

  • लूका 8:23-25
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद (अध्ययन बाइबल)
    • 23 मगर सफर के दौरान वह सो गया। तब झील में भयंकर तूफान उठा और उनकी नाव में पानी भरने लगा, उनकी जान खतरे में थी।+ 24 चेले उसके पास आकर उसे जगाने लगे, “गुरु, गुरु, हम नाश होनेवाले हैं!” यीशु ने उठकर आँधी और उफनती लहरों को डाँटा और वे शांत हो गए और सन्‍नाटा छा गया।+ 25 फिर उसने चेलों से कहा, “कहाँ गया तुम्हारा विश्‍वास?” मगर उन पर डर छा गया और वे ताज्जुब करने लगे और एक-दूसरे से कहने लगे, “आखिर यह कौन है जो आँधी और पानी तक को हुक्म देता है और वे उसकी मानते हैं?”+

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