2 मसीही यूनानी शास्त्र में परमेश्वर के नाम को फिर से उसकी सही जगह पर लाना
“यहोवा।” इब्रा., יהוה (यहवह या जहवह)
नीचे उन आयतों की सूची दी गयी है जहाँ नयी दुनिया अनुवाद—मसीही यूनानी शास्त्र में उन 237 जगहों पर “यहोवा” नाम वापस अपनी जगह पर डाला गया है, जहाँ इसे होना चाहिए। इसका सबूत पाने के लिए रेफ्रेंस बाइबल, पेज 1565, 1566 देखिए।
मत्ती 1:20, 22, 24; 2:13, 15, 19; 3:3; 4:4, 7, 10; 5:33; 21:9, 42; 22:37, 44; 23:39; 27:10; 28:2; मरकुस 1:3; 5:19; 11:9; 12:11, 29, 29, 30, 36; 13:20; लूका 1:6, 9, 11, 15, 16, 17, 25, 28, 32, 38, 45, 46, 58, 66, 68, 76; 2:9, 9, 15, 22, 23, 23, 24, 26, 39; 3:4; 4:8, 12, 18, 19; 5:17; 10:27; 13:35; 19:38; 20:37, 42; यूहन्ना 1:23; 6:45; 12:13, 38, 38; प्रेषितों 1:24; 2:20, 21, 25, 34, 39, 47; 3:19, 22; 4:26, 29; 5:9,19; 7:31, 33, 49, 60; 8:22, 24, 25, 26, 39; 9:31; 10:33; 11:21; 12:7, 11, 17, 23, 24; 13:2, 10, 11, 12, 44, 47,48, 49; 14:3, 23; 15:17,17, 35, 36, 40; 16:14,15, 32; 18:21, 25; 19:20; 21:14; रोमियों 4:3, 8; 9:28, 29; 10:13, 16; 11:3, 34; 12:11, 19; 14:4, 6, 6, 6, 8, 8, 8, 11; 15:11; 1 कुरिंथियों 1:31; 2:16; 3:20; 4:4, 19; 7:17; 10:9, 21, 21, 22, 26; 11:32; 14:21; 16:7, 10; 2 कुरिंथियों 3:16, 17, 17, 18, 18; 6:17, 18; 8:21; 10:17, 18; गलातियों 3:6; इफिसियों 2:21; 5:17, 19; 6:4, 7, 8; कुलुस्सियों 1:10; 3:13, 16, 22, 23, 24; 1 थिस्सलुनीकियों 1:8; 4:6, 15; 5:2; 2 थिस्सलुनीकियों 2:2, 13; 3:1; 2 तीमुथियुस 1:18; 2:19, 19; 4:14; इब्रानियों 2:13; 7:21; 8:2, 8, 9, 10, 11; 10:16, 30; 12:5, 6; 13:6; याकूब 1:7, 12; 2:23, 23; 3:9; 4:10, 15; 5:4, 10, 11, 11, 14, 15; 1 पतरस 1:25; 3:12, 12; 2 पतरस 2:9, 11; 3:8, 9, 10, 12; यहूदा 5, 9, 14; प्रकाशितवाक्य 1:8; 4:8, 11; 11:17; 15:3, 4; 16:7; 18:8; 19:6; 21:22; 22:5, 6.
परमेश्वर के नाम का छोटा रूप “याह” है। यह यूनानी भाषा के शब्द हलेलूइया में आता है। यूनानी का हलेलूइया, इब्रानी भाषा के हालेलूयाह का लिप्यंतरण है। इसका मतलब है, “लोगो, याह का गुणगान करो!”—प्रकाशितवाक्य 19:1, 3, 4, 6; भजन 104:35, फुटनोट, NW, रेफ्रेंस बाइबल से तुलना करें।
हमने इस बात में बहुत सावधानी बरती है कि हम एक अनुवादक के लिए तय की गयी सीमाएँ न लाँघें और अपनी समझ के हिसाब से अनुवाद न करें। इसलिए हमने इस मसीही यूनानी शास्त्र में परमेश्वर का नाम डालते वक्त आधार के तौर पर हमेशा इब्रानी शास्त्र की ध्यान से जाँच की है। यह देखने के लिए कि इस बात से यूनानी पाठ के दूसरे इब्रानी अनुवाद भी सहमत हैं, हमने उन अनुवादों की भी जाँच की है ताकि इस बात को और भी पक्का कर सकें। इस मसीही यूनानी शास्त्र में हमने कुल 237 बार यहोवा का नाम इस अनुवाद के मुख्य भाग में वापस डाला है। जहाँ-जहाँ यह नाम आता है, उन सभी जगहों पर इब्रानी भाषा के एक या उससे ज़्यादा अनुवादों में परमेश्वर का नाम पाया जाता है।
ऐसा नहीं हो सकता कि जब शुरू के मसीही सेप्टुआजेंट बाइबल से हवाले देते थे, तो जिन आयतों में परमेश्वर का नाम आता है उन्हें पढ़ते वक्त वे इस नाम को न लेते हों। प्रोफेसर जॉर्ज हॉवर्ड ने इस बात को सच साबित करनेवाली ज़बरदस्त दलीलें दी हैं। मिसाल के लिए, उन्होंने “यहूदी धर्मगुरुओं के लिखे एक मशहूर भाग (तलमुद शब्बत 13.5)” के बारे में बताया जिसमें “यहूदी धर्म की मान्यताओं के खिलाफ लिखी किताबों का खात्मा करने की समस्या पर चर्चा की गयी है (इन किताबों में शायद पहले यहूदी धर्म माननेवाले मसीहियों की किताबें भी शामिल थीं)।” मगर समस्या क्या थी? “यहूदी धर्म की मान्यताओं के खिलाफ लिखी किताबों में परमेश्वर का नाम इस्तेमाल हुआ था और इनकी ढेरों लिपियों का खात्मा करने से परमेश्वर के नाम का भी खात्मा हो जाता।”
प्रोफेसर हॉवर्ड ने यह भी कहा: “पहली सदी में जिस दौरान नए नियम की किताबें लिखी गयी थीं, उस वक्त जो धार्मिक माहौल था, वह बाद में बहुत बदल गया जब उन किताबों से परमेश्वर का नाम हटा दिया गया। इब्रानी भाषा में यह नाम चार अक्षरों से दर्शाया जाता था। इस नाम के चार अक्षरों के इस्तेमाल से यहूदियों के परमेश्वर की हमेशा से एक अलग पहचान बनी हुई थी, जो उसे दूसरे सभी ईश्वरों से अलग दिखाती थी। मगर अब इस नाम के हटाए जाने से उस परमेश्वर की अनोखी पहचान कुछ हद तक मिटने लगी।”