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गर्भपात—जीवम को बनाना और मिटाना ३-१२
जीनन-पक्षीय लोग अजन्मों के अधिकारों के लिए मोर्चे निकालते है। चयन-पझीय लोगों का हठ है कि निर्णय करना स्त्री का अधिकार है। जबकि यह नैतिक युद्ध छिड़ा हुआ है, प्रति वर्ष ५ करोड़ से ६ करोड़ अजन्मे अपने जीवन खो देते है।
सीमित मात्रा में दिया गया “उच्च कोटि का समय“ २६
ऐसी शब्दावली जो माता-पिता के दोष को कम करने के लिए निर्मित की गयी है, ताकि माता-पिता अपने बच्चों के साथ कम समय बिता सकें।
धर्मार्थ अंशदान—एक मसीही बाध्यता? २८
धार्मिक अथवा अन्य संस्थाओं को अंशदान देने का संतुलित दृष्टिकोण क्या है?