सजग होइए! ब्रोशर (1993) (gbr-4) पृष्ठ दो गर्भपात की दुविधा—क्या ६ करोड़ हत्याएँ इसका हल हैं? गर्भपात की दर्दनाक क़ीमत जीवन—एक देन जिसकी क़दर करनी चाहिए क्या इन धर्मों के पास उत्तर है? क्या आप अपने मित्रों का मनोरंजन करना पसंद करेंगे? धर्म और विज्ञान—एक घटिया मिश्रण आस्ट्रेलिया के मध्य तक एक सफ़ारी बस यात्रा विकलाँगता का कष्ट मुझे क्यों उठाना पड़ रहा है? सीमित मात्रा में दिया गया “उच्च कोटि का समय” धर्मार्थ अंशदान—एक मसीही बाध्यता? दुनिया पर नज़र रखना मन और शरीर के लिए चिकित्सा