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सजग होइए!–1996
g96 7/8 पेज 8-9

एक आदर्श समाधान ढूँढ निकालना

परमेश्‍वर का वचन, बाइबल एक ऐसे समय के बारे में बात करती है जब परमेश्‍वर की स्वर्गीय सरकार ने मनुष्यजाति की सारी समस्याओं को सुलझा दिया होगा, जिनमें अब वाहनों द्वारा प्रदूषण की समस्या भी शामिल है। क्या यह मसीहाई राज्य, जिसके लिए अनेक लोगों को प्रार्थना करना सिखाया गया है, एक पूर्णतः प्रदूषण-मुक्‍त वाहन बनाने के द्वारा आदर्श समाधान दे सकेगा? अथवा क्या पृथ्वी को सारी मोटर गाड़ियों से मुक्‍त करवाने के द्वारा आदर्श समाधान पाया जाएगा? क्योंकि बाइबल हमें कोई निश्‍चित उत्तर नहीं देती, हम केवल रुककर देखने के अलावा और कुछ नहीं कर सकते।—मत्ती ६:९, १०.

किन्तु हम इस बात के बारे में निश्‍चित हो सकते हैं: परमेश्‍वर की सरकार उस राज्य द्वारा लाए जानेवाले पुनःस्थापित परादीस की सृष्टि की सुंदरता को प्रदूषण के द्वारा विकृत नहीं होने देगा।—यशायाह ३५:१, २, ७; ६५:१७-२५.

चूँकि परमेश्‍वर के वचन के माननेवाले लोग एक प्रदूषण-मुक्‍त नए संसार के लिए पहले ही प्रशिक्षित किए जा रहे हैं, तो आज वाहनों के प्रयोग के बारे में उन्हें कैसा महसूस करना चाहिए? जून २२, १९८७ की सजग होइए! (अंग्रेज़ी) ने “हमारे जंगलों को क्या हो रहा है?” विषय पर चर्चा की थी। उसने रिपोर्ट की कि कुछ वैज्ञानिक सोचते हैं कि गाड़ी की निकास-नली के वायु प्रदूषकों और मरणासन्‍न जंगलों के बीच एक सम्बन्ध है। इसने एक चिन्तित पाठक को वॉचटावर संस्था को यह लिखने के लिए प्रेरित किया कि इस तथ्य के मद्देनज़र क्या मसीहियों के लिए कार चलाना उचित होगा। उसने सोचा कि कहीं ऐसा करना परमेश्‍वर की सृष्टि के लिए अनादर तो नहीं दिखाता।

उसके पत्र का जवाब दिया गया, जो अंशतः इस प्रकार है: “यहोवा के साक्षी प्रदूषण कम करने के लिए सरकारी अधिकारियों द्वारा लागू किए गए पर्यावरण-सम्बन्धी नियमों का वफ़ादारी से पालन करते हैं। (रोमियों १३:१, ७; तीतुस ३:१) सरकार जो माँग करती है, उससे अधिक क़दम उठाना स्वयं व्यक्‍ति की समझदारी पर निर्भर करता है। यदि कोई कार न चलाने का निर्णय करता है, तो यह उसका अपना व्यक्‍तिगत मसला है। बहरहाल, पृष्ठ ८ पर यह कहने के द्वारा सजग होइए! के लेख ने दिखाया कि कुछ लोग कैसा महसूस करते हैं: ‘अनेक लोग जो तर्कसंगत रूप से सम्भव है, उस हद तक वायु प्रदूषण को घटाने के लिए व्यावहारिक क़दम उठा रहे हैं। वे धीमे चला रहे हैं, कम यात्रा कर रहे हैं, कार पूल्स में नाम लिखवा रहे हैं, सीसा-रहित पेट्रोल प्रयोग कर रहे हैं, तथा सरकार द्वारा सुझाए गए प्रदूषण-रोधी नियमों का पालन कर रहे हैं।’”

मसीही संतुलन

इस उत्तर ने मसीही संतुलन दिखाया। यह याद रखा जाना है कि प्रदूषण फैलाने में वाहन अकेले नहीं हैं। हवाईजहाज़ और ट्रेन—दरअसल, परिवहन के अधिकांश आधुनिक साधन—ऐसा करते हैं। परन्तु परिवहन के ये साधन प्रदूषण फैलाने के विशिष्ट उद्देश्‍य के साथ नहीं विकसित किए गए थे। परिणामित प्रदूषण तो एक गौण-प्रभाव है, खेदजनक परन्तु सीमित ज्ञान तथा अपरिपूर्ण मनोवृत्तियों के कारण।

जनवरी १, १९९३ की प्रहरीदुर्ग, (अंग्रेज़ी) पृष्ठ ३१ ने इस विषय पर चर्चा की और कहा: “यहोवा के साक्षियों के नाते, हमारे पार्थिव घर को अब प्रभावित कर रही अनेक पारिस्थितिक समस्याओं को लेकर हम बहुत चिन्तित हैं। अधिकांश लोगों से ज़्यादा, हम इस बात की क़दर करते हैं कि पृथ्वी को एक परिपूर्ण मानवी परिवार के लिए एक शुद्ध, स्वास्थ्यकर घर होने के लिए बनाया गया था। (उत्पत्ति १:३१; २:१५-१७; यशायाह ४५:१८) . . . इस प्रकार हमारे भूमण्डल के मनुष्य द्वारा जारी रूप से बिगाड़े जाने को अनावश्‍यक रूप से बढ़ाने से दूर रहने के लिए संतुलित, तर्कसंगत प्रयास करना सही है। किन्तु, शब्द ‘तर्कसंगत’ पर ध्यान दीजिए। . . . परमेश्‍वर के लोगों को पारिस्थितिक मामलों के बारे में लापरवाह नहीं होना चाहिए। यहोवा ने अपने प्राचीन लोगों से मल का निपटान करने के लिए क़दम उठाने की माँग की, ऐसे क़दम जिनका पारिस्थितिक और साथ ही स्वास्थ्य सम्बन्धी महत्त्व था। (व्यवस्थाविवरण २३:९-१४) और चूँकि पृथ्वी के बिगाड़नेवालों के बारे में हम उसके दृष्टिकोण को जानते हैं, तो निश्‍चित ही हमें उन बातों को नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए जो हम पर्यावरण को साफ़ रखने के लिए कर सकते हैं। . . . परन्तु, इस दिशा में एक मसीही किस हद तक जाएगा, यह एक व्यक्‍तिगत मसला है बशर्ते कानून इसकी माँग नहीं करता। . . . अपरिपूर्ण मनुष्य जल्द ही अतिरेकी होने के फन्दे में पड़ जाते हैं। . . . पृथ्वी में से बड़ी पारिस्थितिक समस्याओं को, जिनमें प्रदूषण भी शामिल है, हटाने के मानवी प्रयास पूर्णतः सफल नहीं होंगे। यहाँ वहाँ कुछ प्रगति हो सकती है, लेकिन एकमात्र स्थायी समाधान परमेश्‍वर के हस्तक्षेप की माँग करता है। इस कारण हम अपने प्रयासों और संसाधनों को ईश्‍वरीय समाधान पर केंद्रित करते हैं, बजाय इसके कि ऊपरी लक्षणों को हटाने की कोशिश करें।”

मसीही संतुलित हैं जब वे बाइबल सिद्धान्तों का पालन करते हैं, तथा उस ईश्‍वरीय आदेश को मन में रखते हैं जो संसार भर में परमेश्‍वर के राज्य के संदेश का प्रचार करने के बारे में उन्हें मिला है। (मत्ती २४:१४) कोई भी बात इससे ज़्यादा महत्त्वपूर्ण या अधिक फ़ौरी नहीं है! यदि परिवहन और संचार के आधुनिक साधन मसीहियों को इस बाध्यता को पूरा करने में मदद दे सकते हैं, तो उनके पास इनका प्रयोग करने का हर कारण है। साथ ही, वे अनुचित रूप से या जानबूझकर प्रदूषण फैलाने से दूर रहते हैं। इस प्रकार वे दोनों, मनुष्य तथा परमेश्‍वर के सामने एक अच्छा अंतःकरण बनाए रखते हैं।

सो हालाँकि आज हम सचमुच यह नहीं जानते कि प्रदूषण और वाहनों की समस्या अंततः कैसे सुलझायी जाएगी, परन्तु हम इतना ज़रूर जानते हैं कि यह सुलझायी जाएगी। दरअसल, आदर्श समाधान तो दरवाज़े पर ही है।

[पेज 9 पर बक्स]

प्रदूषण का सामना करना

• जब सम्भव हो तब पैदल अथवा सायकिल से यात्रा करना

• कार पूल्स में भाग लेना

• नियमित रूप से मोटर-गाड़ियों की सफ़ाई-धुलाई करवाना

• स्वच्छ-ईंधन सचेतन होना

• अनावश्‍यक यात्रा से दूर रहना

• संतुलित किन्तु स्थिर गति से गाड़ी चलाना

• जब सम्भव और उचित हो तब सार्वजनिक परिवहन का प्रयोग करना

• गाड़ी चाहे जितनी भी देर खड़ी हो इंजन को यूँ ही चलने देने के बजाय बन्द कर देना

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